नई दिल्ली। अमेरिका के बाद भारत ऐसा दूसरा देश बन गया है जहां कोविड-19 के 90 लाख से ज्यादा मामले हो गए हैं। हालांकि राहत की बात ये है कि 80 लाख से 90 लाख मामलों तक पहुंचने में भारत को 22 दिन लगे। यह 10 लाख मामलों पर भारत में दूसरी सबसे धीमी बढ़त है। यानी हाल के हफ्तों में महामारी का असर कम हुआ है। भारत ने 90 लाख मामलों का आंकड़ा गुरुवार को पार किया जब 45,882 नए मामले दर्ज हुए। शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना के 90,04,366 मामले हो गए हैं।
पिछले 24 घंटों में 584 मरीजों की मौत के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,32,162 पहुंच गई है। शुक्रवार को ऐक्टिव मामलों में 491 की गिरावट देखी गई और अब देश में कोरोना के 4,43,794 सक्रिय मामले हैं। पिछले 24 घंटों में 44,807 मरीजों को छुट्टी के साथ ही कोरोना से उबरने वालों की संख्या 84,28,410 हो गई है।
पिछले 8 दिनों में कोरोना केसेज का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके पीछे टेस्टिंग में गिरावट एक बड़ी वजह है। आखिरी 10 लाख मामले 22 दिन में सामने आना यह दिखाता है कि भारत में मध्य सितंबर में पीक पर पहुंचने के बाद से कोरोना का प्रकोप घटा है। उस वक्त सिर्फ 11 दिन में ही मामले 40 लाख से बढ़कर 50 लाख हो गए थे। भारत में 0 से 10 लाख मामले पहुंचने में सबसे ज्यादा समय लगा था। 80 से 90 लाख होने में 22 दिन उसके बाद से दूसरा सबसे बड़ा अंतराल है।
सितंबर के बाद से मामलों में गिरावट के बावजूद नवंबर के महीने में सबसे ज्यादा मामलों के लिहाज से भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर रहा। भारत में अभी तक 8.2 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं जबकि अमेरिका में इस महीने करीब 25 लाख नए केस आ चुके हैं। फ्रांस 7.3 लाख नए मामलों के साथ तीसरे पर रहा जबकि इटली, यूके और पोलैंड क्रमश: चौथे, पांचवें और छठे पायदान पर रहे। नवंबर के महीने में भारत में 9,937 मौतें हुई हैं जो कि दुनिया में तीसरे नंबर पर है।
अमेरिका में इस महीने 20,829 मौतें हो चुकी हैं जबकि ईरान में 8,563 लोग कोरोना का शिकार बने। स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले कुछ हफ्तों का ट्रेंड सामने रखा है। इसके मुताबिक, रोज जितने नए मामले आ रहे हैं, उससे कहीं ज्यादा ठीक होकर घर लौट रहे हैं।
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