थाने की दहलीज पर छोड़ गई युवती, सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई, लेकिन हो गई रफूचक्कर
इंदौर। एमवाय अस्पताल से 5 दिन पूर्व जो बच्चा चोरी हुआ था, उसे आज सुबह एक युवती संयोगितागंज थाने के बाहर छोड़ गई। युवती का अभी पता नहीं चला पाया है। छठे दिन जैसे ही बच्चा मिलने की खबर उसकी मां को मिली तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े।
सीएसपी संयोगितागंज पूर्ति तिवारी के मुताबिक गत बीते दिनों एमवाय अस्पताल में भर्ती पंचम की फैल निवासी रानी पति लोकेश बियाने के नवजात बच्चे को एक अज्ञात युवती जो नर्स की ड्रेस में आई थी, वह यह कहकर उठा ले गई थी कि इसकी धड़कन तेज चल रही है, जांच करना पड़ेगी। बच्चा चोरी जाने के बाद से ही पुलिस लगातार पड़ताल कर रही थी। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), साइबर सेल, क्राइम ब्रांच और आरटीओ अफसरों को भी इस जांच-पड़ताल में शामिल किया गया था। पुलिस करीब 20 बार बच्चे की मां रानी तथा पिता लोकेश के बयान ले चुकी थी। अब तक 5 लाख मोबाइल, 400 से ज्यादा स्कूटरों के नम्बरों की जांच की गई। इसके अलावा लगातार 100 से ज्यादा स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से भी फुटेज निकालकर जांच-पड़ताल की जा रही थी। एसपी विजय खत्री ने बताया कि पुलिस द्वारा की जा रही लगातार कार्रवाई और बढ़ते प्रेशर के चलते बच्चा चुराने वाली युवती गुपचुप तरीके से थाना परिसर जहां जब्त की गाडिय़ां पड़ी हैं, वहां बच्चे को छोड़ गई। पुलिस थाने में लगे सीसीटीवी कैमरों से जांच कर रही है, ताकि पता चल सके बच्चे को छोड़कर कौन गया है। इन 5 दिनों में चोरनी बच्चे के कपड़े तक नहीं बदल पाई। जिस कपड़े और कम्बल में ढंककर ले जाया गया था उसी कम्बल में बच्चा आज ढंका मिला। पुलिस का मानना है कि पकड़ाने के डर से युवती बच्चे को छोड़कर गई होगी।
सूट पहने युवती रख गई बच्चा
बच्चे के रोने की आवाज आई तो सुबह-सुबह आंखें मसल रहे संयोगितागंज पुलिस के जवान बच्चे की ओर दौड़े। बच्चा रानी का ही है, इस बात की पुष्टि करने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो सलवार शूट पहने एक युवती उसे वहां रखती हुई नजर आई। बच्चा चोरी के दौरान के सीसीटीवी फुटेजों में दिख रही युवती और आज के फुटेजों में दिख रही युवती के चेहरे का मिलान किया जा रहा है। डीआईजी ने पुष्टि की है कि यह युवती वही है, जिसने बच्चा चुराया था।
अधीक्षक के इंतजार में मां से बच्चों को घंटों रखा दूर…डीएनए टेस्ट से भी गुजरना पड़ सकता है
सुबह साढ़े साथ बजे थाने की दहलीज पर बच्चा मिलने की सूचना थाने में प्रभाग गश्त कर रहे पुलिस वालों और संतरी ने आला अफसरों को दी तो उन्होंने राहत की सांस ली। तत्काल एक जवान एमवाय अस्पताल में भर्ती बच्चे की मां रानी और पिता लोकेश सहित उसके परिजनों को यह सूचना देने के लिए गया। इसके बाद तो रानी बिस्तर से खड़ी हो गई। मानों उसे पूरा संसार मिल गया। इस बार उसकी आंखें मारे खुशी के भर आईं। वह बार-बार बच्चे को उसके पास लाने की जिद करने लगी। परिजन एमवाय अधीक्षक पीएस ठाकुर के कैबिन की ओर भागे और बच्चे को दिखाने की जिद करने लगे। हालांकि ठाकुर सुबह अस्पताल में नहीं थे। परिजन को वहां मौजूद डॉक्टरों ने कहा कि बच्चा अधीक्षक के आने के बाद ही आपको पुलिस सौंपेगी। पुलिस बच्चे को लेकर भी एमवाय अस्पताल पहुंची और उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया। फिलहाल बच्चा स्वस्थ है। इसके बाद उसे नवजात शिशु इकाई में भर्ती कराया गया। इसकी खबर जैसे ही रानी को लगी तो वह नवजात शिशु वार्ड की ओर भागी, लेकिन वहां तैनात गार्डों ने अंदर नहीं जाने दिया। उसे दोपहर को बच्चा सौंप देने की बात कही जा रही है, लेकिन कुछ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बच्चा रानी का होने की पुष्टि करने के लिए दोनों के डीएनए का मिलान भी कराया जा सकता है।
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