हिसार। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि प्रदेश में किसान की दुर्गति हो रही है। न तो बाजरा व धान की सही ढंग से खरीद हो रही है और न ही किसानों की पेमेंट हो रही है। उन्होंने कोरोना काल में स्कूल खोलने को जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताते हुए सरकार की आलोचना की वहीं यह भी कहा कि सरकार के नकारेपन की वजह से रोहतक—महम—हांसी रेल परियोजना अब तक पूरी नहीं हुई है।
भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा—जजपा सरकार का काम 100 में से जीरो नंबर देने लायक भी नहीं है। यह गठबंधन विकास की बजाय प्रदेश को विनाश की तरफ ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की गठबंधन सरकार के नकारेपन की खुद केंद्र की भाजपा सरकार की रिपोर्ट ने पोल खोल दी है। रोहतक-महम-हांसी रेल परियोजना का शिलान्यास कांग्रेस सरकार के दौरान 31 जुलाई 2013 को हुआ था। इसकी लागत उस वक्त सिर्फ 287 करोड़ आंकी गई थी लेकिन प्रदेश सरकार के नकारेपन की वजह से परियोजना में देरी होती चली गई और देरी के चलते लागत 161.32 प्रतिशत बढ़कर 750 करोड़ हो गई। इसके बावजूद अभी तक रेल परियोजना का आधा काम भी नहीं हुआ।
भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ऐसी बहुत सी परियोजनाएं हैं जिन्हें हमारी सरकार के वक्त मंजूरी मिली थी लेकिन मौजूदा सरकार ने अपने निकम्मेपन की वजह से या तो उनको रद्द कर दिया या फिर अब तक लटकाया हुआ है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही प्रदेश की जनता को इस सरकार से मुक्ति मिल सकती है, क्योंकि इस बेमेल गठबंधन सरकार की नींव बहुत कमज़ोर है और कमज़ोर नींव वाली इमारतें अपने आप गिर जाती हैं। बरोदा उपचुनाव के नतीजे से साफ हो गया है कि जनता का रुझान पूरी तरह कांग्रेस की तरफ है क्योंकि मौजूदा बीजेपी जेजेपी सरकार से हर वर्ग परेशान है। ख़ास तौर पर किसान और मजदूर इस सरकार की नीतियों और रवैये के सबसे ज्यादा शिकार हुए हैं। किसानों की न फसलें समय पर खरीदी जा रही है और न ही उनका भुगतान हो रहा है। किसान विरोधी तीन नए कानून आने के साथ ही हमने और किसान संगठनों ने इसकी आशंका जताई थी, वह तमाम आशंकाएं आज सच साबित हो रही हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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