पश्चिम बंगाल (W. Bengal) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के मद्देनजर राज्य में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. बीजेपी और टीएमसी (BJP-TMC) एक दूसरे पर आरोप लगाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. प.बंगाल में बीजेपी की बढ़ती सक्रियता और बीजेपी नेताओं के बंगाल दौरे से सीएम ममता बनर्जी (CM Mamta Banarjee) बुरी तरह से बौखलाई हुई हैं. सीएम ममता (CM Mamta) बनर्जी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि चुनाव से पहले प. बंगाल में गुंडों को लाकर अशांति पैदा (Breach Peace) करने की कोशिश की जा रही है. वहीं बीजेपी (BJP) ने भी सीएम ममता बनर्जी पर पटलवार किया है
‘शांति भंग करने के लिए बुलाए जा रहे बाहरी गुंडे’
सीएम ममता बनर्जी ने जगद्धार्थी पूजा के उद्घाटन के मौके पर बीजेपी पर तंज सकते हुए कहा कि चुनाव से पहले बंगाल में शांति भंग करने के लिए बाहरी गुंडों को लाया जा रहा है. इतना नहीं गिरना चाहिए. ममता बनर्जी ने कहा कि वह जनता के साथ हैं, इसलिए जनता को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. साथ ही कहा कि उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया है कि अगर अगर कोई हमला करे तो उसे जवाब दिया जाए. बंगाल डरपोक राज्य नहीं है. वहीं बीजेपी के महासचिव और प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि ममता जी बंगाल में केवल घुसपैठियों का स्वागत करती हैं. घुसपैठियों को आश्रय देती हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में हर दिन राजनीतिक हत्याएं हो रही हैं. बीजेपी कार्यकर्ताओं को टीएमसी के गुंडे मार रहे हैं और पुलिस और प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है. उन्होंने कहा कि जनता बीजेपी के साथ है, बीजेपी बंगाल चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें जीतेगी.
कार्यकर्ता की हत्या के खिलाफ बीजेपी का जुलूस
बतादें कि प. बंगाल में राजनीतिक हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है. आए दिन बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की खबरें सामने आ रही हैं. तूफानगंज में बीजेपी कार्यकर्ता कालाचांद कर्मकारी की हत्या के खिलाफ आज तूफानगंज को बंद किया गया है. कार्यकर्ता की हत्या के खिलाफ बीजेपी समर्थकों ने जुलूस निकाला और बीजेपी कार्यकर्ता के लिए न्याय की मांग की, जबकि दूसरी ओर, टीएमसी की ओर से भी जुलूस निकाला गया. बंगाल के राज्यपाल ने कूचबिहार जिले में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या मामले में चिंता जाहिर करते हुए ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह राज्य सरकार को हमेशा से कहते रहे हैं, कि कानून-व्यवस्था को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य में हिंसा के बिना एक स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो, ये सुनिश्चित करने के लिए वह हर संभव कोशिश करेंगे. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्हें चुनाव के नतीजों से कोई लेना-देना नहीं है, उनका मकसद सिर्फ कानून और वोटर की संतुष्टि को कायम रखना है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved