भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दीपावली की पूर्व संध्या पर किसान के रूप में नजर आए। वे अपने पुत्र कार्तिकेय के साथ विदिशा स्थित अपने खेत में पहुंचे और ट्रैक्टर का स्टेयिरंग थामकर गेहूं की फसल की बुआई की। उन्होंने खेतों में ट्रैक्टर चलाते हुए एक वीडिया सोशल मीडिया पर शेयर किया है, साथ ही लिखा है कि -‘खेती-किसानी के कार्य में मुझे सदैव असीम संतोष की अनुभूति होती है।’ उन्होंने ट्वीट किया है कि -‘दिवाली की पूर्व संध्या पर विदिशा के अपने खेत की जुताई करते हुए इस सुख को पुन: महसूस किया। हम सभी किसानों की फसलें खूब लहलहायें, मां लक्ष्मी की कृपा से प्रदेश का हर घर-आंगन धन-धान्य से भर जाये, यही प्रार्थना!’ गौरतलब है कि सीहोर जिले के ग्राम जैत में जन्मे शिवराज सिंह चौहान पेशे से किसान हैं और वे विदिशा क्षेत्र से 1991 से 2006 तक लगातार पांच बार सांसद रहे। मध्यप्रदेश में 2003 में उभा भारती के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी, लेकिन एक साल बाद ही मुख्यमंत्री उमा भारती को अपना पद छोडऩा पड़ा। इसके बाद स्वर्गीय बाबूलाल गौर मुख्यमंत्री बने, लेकिन वे भी एक साल ही मुख्यमंत्री रहे और शिवराज सिंह चौहान को यह दायित्व मिला, तभी से वे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। हालांकि, 2018 के चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनी और कमलाथ मुख्यमंत्री बने, लेकिन 15 महीने में ही उनकी सरकार गिर गई और भाजपा के पुन: सत्ता में आई और शिवराज सिंह चौहान फिर प्रदेश के मुखिया बन गए।
मुख्यमंत्री दीपावली की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को किसान के रूप में रूप में नजर आए। उन्होंने खुद विदिशा पहुंचकर अपने खेत में ट्रैक्कर से गेहूं की फसल की बुआई की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने बचपन में भी खेती की है, तब बड़ी संख्या में ट्रैक्टर नहीं होते थे, बैलों के माध्यम से खेतों की जुताई होती थी। अब अधिकतम खेती ट्रैक्टर से होती है, बैल बेरोजगार हो गए हैं। मैंने भी आज ट्रैक्टर से ही गेहूं की बोवनी की। आत्मिक सुख मिला। खेती कठिन कार्य है, लेकिन फिर भी खेती का आनंद ही अलग है।