जयपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को धनतेरस के दिन एक वर्चुअल कार्यक्रम में राष्ट्रीय आयुर्वैदिक संस्थान जयपुर को डीम्ड (मानद) विश्वविद्यालय का दर्जा देंगे। 175 वर्ष पुराने इस संस्थान को मानद उपाधि दिए जाने से संस्थान को शैक्षिक स्वायत्तता प्राप्त होगी जो संस्थान को आयुर्वेद के क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देगा।
कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, आयुष मंत्री श्रीपद यशो नायक के साथ मंत्रालय की अन्य अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा कार्यक्रम में राजस्थान के स्वास्थ मंत्री डॉ. रघु शर्मा, सांसद रामचरण बोहरा, राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ भी उपस्थित होंगे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री राजस्थान के राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान को मानद विश्वविद्यालय की उपाधि दिए जाने के साथ जामनगर स्थित गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय (इंस्टिट्यूट फॉर पोस्ट ग्रेजुएट टीचिंग एंड रिसर्च इन आयुर्वेद) को भी इंस्टिट्यूट ऑफ़ नेशनल इंर्पोटेंस का दर्जा देंगे।
राष्ट्रीय आयुर्वैदिक संस्थान के निदेशक प्रोफेसर संजीव शर्मा ने बुधवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि राष्ट्रीय आयुर्वैदिक संस्थान आयुष मंत्रालय के अंतर्गत देश का प्रथम संस्थान है, जिसे मानद विश्वविद्यालय की उपाधि दी जाएगी। इससे 175 वर्ष पुराने इस संस्थान में नए पाठ्यक्रमों और नई गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा पहले ही छह एकीकृत पीजी पाठ्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। इससे आयुर्वेदिक शिक्षा, अनुसंधान, संकाय और छात्र विनिमय आदि के क्षेत्र में प्रशिक्षण और सहयोग प्राप्त करने के लिए और अधिक विदेशी राष्ट्रों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी। साथ ही जयपुर के पर्यटन को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है।
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