भोपाल । गुना (Guna) जिले के बमोरी ब्लॉक (Bamori Block) अंतर्गत ग्राम उकावद (Village Ukavad) में बीते दिवस एक युवक को दबंगों द्वारा पांच हजार रुपये के लिए जिंदा जलाकर मौत के घाट उतार दिया गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को इस मामले में जांच के निर्देश दिये हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बमोरी ब्लॉक के उकावद ग्राम में अग्निकांड में हमारे सहरिया भाई स्व. विजय सहरिया की मृत्यु अत्यंत वीभत्स एवं दर्दनाक है। मैं उन्हें हृदय से श्रद्धांजलि तथा उनके परिवार को सांत्वना देता हूँ। मैं पीडि़त परिवार से मिलने स्वयं उनके गांव जाऊँगा।
कल गुना ज़िले के बमोरी में एक गरीब सहरिया भाई की जलकर मृत्यु हुई। मैंने इसकी जाँच के निर्देश दिए हैं।
हम अपने गरीब भाई-बहनों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। अवैध रूप से बिना लाइसेंस के दिये गए कर्ज़ वसूले नहीं जा सकेंगे। जहाँ इस तरह के प्रयास होंगे, वहाँ हम कड़ी कार्रवाई करेंगे। pic.twitter.com/GT5pV4t1R6
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 8, 2020
मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना की पूरी जांच कराई जाएगी तथा दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि हम हमारे गरीब, दलित, कमजोर भाई-बहनों के प्रति कोई अन्याय नहीं होने देंगे। प्रदेश में अनुसूचित जनजाति वर्ग को साहूकारों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए कानूनी प्रावधान किया गया है, जिसके तहत उनके सारे पुराने अवैध कर्जे माफ हो गए हैं। कोई उनसे इन कर्जों की वसूली नहीं कर सकेगा।
पूरा प्रदेश बालक प्रहलाद के परिवार के साथ खड़ा है : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निवाड़ी जिले के सैतपुरा ग्राम में बोरवेल में फंसे बालक प्रहलाद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए दु:खी परिवार को सांत्वना दी है तथा कहा है कि दु:ख की इस घड़ी में पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है। सरकार की ओर से परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही उनके खेत में नया बोर करवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बालक प्रहलाद को बचाने के लिए हमारी सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ ने 90 घंटे तक अथक परिश्रम किया परन्तु हम बालक को नहीं बचा पाए। इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए आवश्यक है कि हम अपने खेत में कोई भी बोर खुला न छोड़ें। इस तरह की थोड़ी सी लापरवाही से पहले भी कई मासूमों की जान जा चुकी है।
निवाड़ी ज़िले में बोरवेल में गिरे मासूम बच्चे प्रह्लाद को लगातार प्रयास के बावजूद हम बचा नहीं सके, इसका मुझे बहुत दुःख है। मैं इस कठिन घड़ी में परिवार के साथ हूँ।
मैं यह भी निवेदन करता हूँ कि जो लोग बोरवेल खोदें,उसे बाद में उचित रूप से ढकें,जिससे ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएँ न हों। pic.twitter.com/d56Wr2yj7K
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 8, 2020
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