नई दिल्ली। कोरोना काल में सबसे ज्यादा इस्तेमाल मोबाइल फोन का हुआ। लग रहा था कि पूरी दुनिया ही इसी में समा गई है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर शॉपिंग, वीडियो कॉलिंग, डॉक्टरों से चर्चा भी इसी पर हो रही थी। इस दौरान फोन का इस्तेमाल भी हुआ और खराब भी बहौत हुए। खराब होने का एक मुख्य कारण फोन को गलत तरीके से सेनिटाइज करना भी रहा। इसकी सही जानकारी नहीं होने के कारण लोगों का बड़ा नुकसान हुआ और इसे सुधरवाने के लिए काफी मशक्कत भी उठानी पड़ी।
कोरोना संक्रमण के बीच भी लोगों को कामकाज के सिलसिले में बाहर निकलना ही पड़ता है और बाहर से आने के बाद वे साफ-सफाई का ख्याल भी खूब रख रहे हैं। इस क्रम में कई बार वे मोबाइल फोन को भी सेनिटाइज करते हैं, क्योंकि यह बाहर भी उनके साथ होता है और कभी किसी से बात करने के लिए तो कभी सामानों की ऑनलाइन खरीद के दौरान भी वे इसका इस्तेमाल करते ही हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि फोन को सेनिटाइज करने का गलत तरीका आपकी परेशानी बढ़ा सकता है।
शॉर्ट सर्किट का खतरा भी रहता है
दरअसल, बाहर से आने के बाद फोन को सेनिटाइज करने के लिए कुछ लोग एंटी-बैक्टेरियल वेट-वाइप्स का इस्तेमाल करते हैं तो कुछ लोग अलग-अलग तरह के हैंड सेनेटाइजर भी इस्तेमाल करते हैं। गलत तरीके से सेनिटाइजर का इस्तेमाल फोन की स्क्रीन, हेडफोन जैक और स्पीकर को खराब कर सकता है। यहां तक कि इससे फोन में शॉर्ट सर्किट का खतरा भी हो सकता है।
रिपेयरिंग सेंटर्स पर बढ़ रही भीड़
लॉकडाउन खुलने के बाद से मोबाइल शॉप रिपेयरिंग सेंटर्स पर ऐसे लोगों की भीड़ बढ़ रही है, जो अपना फोन ठीक कराने के लिए पहुंच रहे हैं। उनमें जो शिकायतें सामने आ रही हैं, उससे यही लग रहा है कि फोन को सेनिटाइज करते समय सावधानी नहीं बरती गई। दरअसल, इस क्रम में कई बार ऐसा होता है जब फोन में सेनिटाइजर चला जाता है और इससे फोन खराब हो जाता है। रिपेयरिंग पर आने वाले ज्यादार मोबाइल में टच स्क्रीन खराब होना, स्पिकर खराब होना की शिकायतें ज्यादा है। ज्यादा मात्रा में सेनिटाइजर का इस्तेमाल भी घातक साबित हो सकता है।
सेनिटाइजर में अल्कोहल होता है, ऐसे में फोन का रंग भी बदल सकता है। इतना ही नहीं इससे फोन के डिस्प्ले और कैमरा लेंस को नुकसान पहुंच सकता है और शॉर्ट सर्किट का खतरा पैदा हो सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि फोन को साफ करते समय विशेष सावधानी बरती जाए।
मोबाइल को इस तरह कर सकते है सेनिटाइज
फोन को सेनेटाइजर से साफ करते समय उसे ऑफ कर देना चाहिए। रूई या किसी सूती कपड़े में हल्का सा सेनेटाइजर लेकर फोन को साफ किया जा सकता है। बाजार में इसके लिए कई मेडिकेटेड वाइप्स भी हैं, जो आसानी से मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है। कुछ वाइप्स में 70 प्रतिशत तक एल्कोहल भी होता है। ये वाइप्स काफी हद तक सूखे होते हैं, जिसके कारण मोबाइल में सैनिटाइजर जाने का खतरा नहीं होता। फोन की साफ-सफाई के लिए बैक्टीरियल टिश्यू पेपर का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। इनकी मदद से फोन के हर कोने को अच्छी तरह साफ किया जा सकता है।
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