भोपाल। मध्य प्रदेश में 3 नंवबर को 28 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इस बीच चुनाव आयोग ने प्रदेश सरकार में मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार इमरती देवी पर प्रचार के लिए बैन लगा दिया है। आज इमरती देवी प्रचार नहीं कर पाएंगी। विवादित बयान देने के आरोप में ये एक्शन लिया गया है।
चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन पर इमरती देवी के प्रदेश में कहीं भी एक नवंबर को एक दिन के लिए सार्वजनिक सभाओं, जुलूसों, रैलियों, रोड शो में भाग लेने और मीडिया साक्षात्कार देने पर रोक लगाई है।
जारी आदेश में कहा गया कि संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत मिली शक्तियों के आधार पर निर्वाचन आयोग बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी पर मध्य प्रदेश में कहीं भी किसी भी तरह की जनसभा, जुलूस, रैलियां, रोड शो और मीडिया साक्षात्कार के साथ सार्वजनिक बयान जारी करने पर रोक लगाता है। बता दें कि प्रदेश में आज से प्रचार थम जाएगा।
दरअसल, इमरती देवी को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रैली के दौरान आइटम जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए टिप्पणी की थी। इस पर पलटवार करते हुए इमरती देवी ने भी कमलनाथ के खिलाफ बदजुबानी की, सिर्फ इतना ही नहीं इमरती देवी ने कमलनाथ के परिवार की महिलाओं को भी इस विवाद में घसीट लिया। इस पर चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देते हुए इमरती देवी ने आरोपों को नकार दिया, लेकिन आयोग ने उन्हें उनके खिलाफ एक्शन लिया है।
इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की थी। आयोग ने कमलनाथ का नाम स्टार प्रचारकों से हटा दिया था। आदर्श आचार संहिता के बार-बार उल्लंघन पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की थी।
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा था कि कमलनाथ के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें लगातार आ रही थीं। बीजेपी नेता इमरती देवी को आइटम बोलने के बाद कमलनाथ ने एक अन्य सभा में शिवराज सिंह को नौटंकी कलाकार भी कहा था।
वहीं, कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम द्वारा 27 अक्टूबर को मुरैना में एक सार्वजनिक रैली में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने पर चुनाव आयोग ने 48 घंटे के अंदर उनसे स्पष्टीकरण मांगा है।
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