नई दिल्ली। देश में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं। देश में प्याज की कमी को पूरा करने के लिए सरकार अफगानिस्तान से इसका आयात कर रही है लेकिन पाकिस्तान इसमें अड़ंगे डाल रहा है। अफगानिस्तान के कारोबारियों का आरोप है कि पाकिस्तान की कारस्तानी के कारण भारत के लिए निर्यात किए जाने वाला प्याज वाघा बॉर्डर पर सड़ रहा है।
जून में पाकिस्तान ने वाघा सीमा से अफगानिस्तान के निर्यात की अनुमति दी थी। कोविड के कारण मार्च में अफगानिस्तान से भारत को वाघा सीमा के जरिए निर्यात में बाधा आई थी। पाकिस्तान का दावा है कि वह अफगानिस्तान के साथ सभी तरह के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए कृतसंकल्प है। लेकिन अफगानिस्तान चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इनवेस्टमेंट (ACCI) को काबुल में कारोबारियों से शिकायत मिली है। उनका कहना है कि भारत जाने वाला 70 फीसदी प्याज वाघा सीमा पर सड़ रहा है।
सूत्रों का कहना है कि केवल 30 फीसदी ट्रकों को ही रोजाना प्रोसेस किया जा रहा है। एक सूत्र ने कहा कि सीमा पर पर्याप्त संख्या में स्कैनर नहीं हैं। पाकिस्तान के अधिकारी माल को छोटे बैगों में रखने पर जोर दे रहे हैं जिससे कारोबारियों की लागत बढ़ रही है और प्रोसेसिंग में देरी हो रही है। एसीसीआई ने चेतावनी दी है कि अगर यही स्थिति रही तो इससे द्विपक्षीय व्यापार प्रभावित हो सकता है।
2010 के ट्रांजिट ट्रेड एग्रीमेंट के तहत पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के जरिए भारत को निर्यात की अनुमति दी थी लेकिन वह इस रास्ते भारत से आयात नहीं कर सकता है। पाकिस्तान इस रास्ते भारत और अफगानिस्तान के बीच किसी भी तरह के द्विपक्षीय व्यापार का विरोध करता आया है। उसका कहना है कि इससे अफगानिस्तान के साथ उसका द्विक्षीय व्यापार प्रभावित होगा।
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