शारजाह। लगातार निराशाजनक प्रदर्शन कर रही चेन्नई सुपरकिंग्स शुक्रवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ होने वाले मुकाबले में हारी तो आईपीएल से बाहर हो जाएगी। दूसरी तरफ मुंबई की नजरें प्लेआफ के लिए अपनी स्थिति मजबूत करने पर लगी होंगी। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई ने इस आईपीएल की शुरुआत उद्घाटन मैच में मुंबई को हराकर शानदार तरीके से की थी, लेकिन उसके बाद से चेन्नई के प्रदर्शन में लगातार गिरावट आती चली गई।
चेन्नई इस समय 10 मैचों में तीन जीत, सात हार और छह अंकों के साथ आठवें और अंतिम स्थान पर है। चेन्नई यदि इस मुकाबले में हारती है तो उसका सफर समाप्त हो जाएगा। कप्तान धोनी ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पिछले मुकाबले के बाद स्वीकार किया था कि उनका इस सत्र में सफर लगभग समाप्त हो चुका है। शारजाह के छोटे मैदान में यदि चेन्नई उद्घाटन मैच की तरह मुंबई को हारने में सफल रहती है तो उसके लिए कुछ उम्मीदें जागेंगी। चेन्नई को अपनी उम्मीदों के लिए शेष सभी चार मैच जीतने हैं और बाकी टीमों के परिणाम पर भी नजर रखनी है, लेकिन इसके लिए उसे राजस्थान के खिलाफ पिछले मैच के प्रदर्शन से उबरना होगा।
धोनी को उबरना होगा खराब प्रदर्शन से
चेन्नई ने राजस्थान के खिलाफ काफी खराब बल्लेबाजी करते हुए मात्र 125 रन बनाए थे। धोनी को उस प्रदर्शन से उबरना होगा और टीम को प्रेरित करना होगा वरना एक महान कप्तान की आईपीएल से दुखद विदाई हो जाएगी। दूसरी तरफ मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा को अपने पिछले मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ दूसरे सुपर ओवर में मिली हार से उबर कर वापसी करनी होगी। मुंबई के अभी नौ मैचों में छह जीत, तीन हार के साथ 12 अंक हैं और उसे प्लेआफ में पहुंचने के लिए शेष पांच मैचों में से दो जीत की जरूरत है।
जीत की पटरी पर लौटना चाहेगी मुंबई
मुंबई और पंजाब मैच का फैसला टी-20 के इतिहास में पहली बार दूसरे ओवर में जाकर हुआ था। पंजाब ने रोमांचक जीत हासिल की थी, जबकि मुंबई को सोचना होगा कि आखिर उनसे कहां गलती हुई थी। मुंबई की कोशिश वापस जीत की पटरी पर लौटने की रहेगी, क्योंकि अब तक उसका जैसा प्रदर्शन रहा है उस आधार पर टीम टॉप दो में जगह बनाने की क्षमता रखती है।
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