भोपाल-इंदौर। प्रदेश की जनता से 15 माह तक छल-कपट और झूठ बोलकर सरकार चलाने वाले कमलनाथ और देश-प्रदेश के सबसे बड़े जयचंद दिग्विजय सिंह को जनता जानती है। इनके कर्मों के कारण ही आज प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और अब इस छल-कपटी औैर झूठ मंडली को जबाव जनता ही देगी। इस झूठ मंडली ने गरीब, किसानों का मजाक उड़ाया है। इन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नंगा-भूखा कहकर पूरे प्रदेश की जनता को नंगा-भूखा कहा है। ये ही कांग्रेस के संस्कार हैं। ये बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कही। वे शुक्रवार को सांवेर में संकल्प पत्र का विमोचन करने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी चर्चा की। प्रदेश अध्यक्ष ने इसके बाद बदनावर, सुवासरा में भी सभा को संबोधित किया।
बाहर निकल रहा है उद्योगपति का दंभ और गुरूर
प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ उद्योगपति होने का गुरूर औैर दंभ भर रहे हैं। वे प्रदेश की जनता एवं किसानों को तो कुछ समझते ही नहीं थे, लेकिन उन्होंने अब कहा है कि शिवराज सिंह चौहान तो पत्रकारों से भी मिलते हैं औैर उनके घर भी जाते हैं, लेकिन मैं कमलनाथ हूं, किसी के घर क्यों जाउं। उन्होंने कहा कि यह कमलननाथ का गुरूर औैर दंभ ही है, जो अब उनके अंदर से बाहर निकल रहा है। इन दंभी और गुरूर पालने वाले उद्योपगति को तो प्रदेश की जनता ही जबाव देगी, जिसका इन्होंने नंगा-भूखा कहकर अपमान किया है। श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि अब कमलनाथ प्रदेश की जनता से पूछ रहे हैं कि उनका क्या कसूर था, उनसे क्या गलती हुई? श्री कमलनाथ आपने 15 माह तक गलतियों के अलावा कुछ किया ही नहीं। आप हमारे गरीब किसान के बेटे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नंगा-भूखा कह रहे हो, जो गरीब और किसानों का दर्द समझता है, महिलाओें-बहनों का दर्द समझता है। गरीबों के अंतिम संस्कार के लिए उन्हें पांच हजार रूपए की मदद करता है, उनकी दुर्घटना पर 2 लाख औैर उनकी मौत पर 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता उनके परिवार को देता है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि श्री कमलनाथ आपका पहला कसूर तो यह है कि किसानों की कर्जमाफी का वादा करके भी उनका कर्जमाफ नहीं किया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की सरकार ने सहरिया, भारिया और बैगा जनजातियों के भरण-पोषण के लिए उनके खातों में एक हजार रूपए डलवाना शुरू किया था, जो कांग्रेस की सरकार ने बंद कर दिया। संबल जैसी महत्वाकांक्षी योजना शुरू की थी, जिसको भी इनकी सरकार ने बंद कर दिया। बुजुर्गों को तीर्थदर्शन कराने के लिए योजना शुरू की थी, जिसे भी कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया। ऐसी एक नहीं कई योजनाएं थीं, जिन्होंने कांग्रेस ने बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 माह कांग्रेस का शासनकाल रहा, लेकिन इन 15 माह में जमकर लूट-खसोट और बंदरवाट के अलावा कुछ नहीं हुआ।
गरीबों के मकानों की नहीं, आईफा अवार्ड की चिंता की
प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि श्री कमलनाथ ने गरीबों के मकानों की चिंता तो कभी नहीं की। इनके कार्यकाल में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करीब 2 लाख 43 हजार घर आए, लेकिन इन्होंने 25 प्रतिशत मेचिंग ग्रांट नहीं भरी तो गरीबों के मकान चले गए। श्री कमलनाथ ने गरीबों से उनके मकान छिने हैं, लेकिन इनको आईफा अवार्ड की चिंता थी। ये प्रदेश की धरती पर करोड़ों रूपए खर्च करके आईफा अवार्ड कराने की तैयारी में थे। इसके लिए इन्होंने उद्योगपतियों को भी लूटा है। उद्योगपतियों से उद्योग लगाने के नाम पर श्री कमलनाथ ने जमकर पैसा लूटा है। ये गरीबों का खून चूसकर छिंदवाड़ा के अंदर उद्योगपति बने हैं। जब ये छिंदवाड़ा आए थे तो इनके पास क्या था, लेकिन ये छिंदवाड़ा से अरबपति बने हैं। श्री शर्मा ने कहा कि जब प्रदेश में कोरोना वायरस सक्रिय था, लेकिन इन्होंने कोरोना की चिंता नहीं की, बल्कि भोपाल में बैठकर आईफा अवार्ड की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि अब कमलनाथ अकेले घंटी बजा रहे हैं, वे अब जनता के सामने किस मुंह से जाएं। उनके हालात ऐसे हैं कि अब वे जनता के सामने जा ही नहीं सकते।
दिग्विजय सिंह सबसे बड़े जयचंद
श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह सबसे बड़े जयचंद हैं। वे आतंकवादियों को जी कहकर संबोधित करते हैं, उनका सहयोग करते हैं। वे जबाव दें कि बटाला मामले में उनका क्या स्टैंड था? क्या ऐसे जयचंद को प्रदेश की जनता, देश की जनता माफ करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 माह मुख्यमंत्री तो श्री कमलनाथ रहे, लेकिन पर्दे के पीछे से सरकार चलाने का काम श्री दिग्विजय सिंह ने किया। अब श्री कमलनाथ और श्री दिग्विजय सिंह दोनों जबाव दें कि उन्होंने प्रदेश के गरीबों, किसानों, माता-बहनों, बुजुर्गों के हकों को क्यों छीना? उनके लिए चलाई जा रही भाजपा सरकार की योजनाओं को क्यों बंद किया? संबल योजना के जरिए गरीबों को दुर्घटना पर 2 लाख और मौत पर 4 चार रूपए की राशि देने का काम क्यों बंद किया? इनके पास कोई जबाव ही नहीं है। प्रदेश को 2003 से पहले बंटाढार बनाने वाले दिग्विजय सिंह ने 15 माह में भी प्रदेश को बंटाढार बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी।
15 माह तक सिर्फ छिंदवाड़ा गया सरकारी पैसा
प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में 15 माह तक सिर्फ छिंदवाड़ा में ही सरकारी पैसा गया। इसके अलावा प्रदेश के किसी भी जिले, किसी भी विधानसभा में कोई काम नहीं हुआ। 1400 करोड़ का मेडिकल कॉलेज छिंदवाड़ा में बना, विंध्य की पेयजल योजना छिंदवाड़ा में ट्रांसफर कर दी गई। इसी तरह कुछ अन्य काम भी छिंदवाड़ा में ही कराए गए। उन्होंने कहा कि श्री कमलनाथ ने कभी गरीबी नहीं देखी, कभी गांव नहीं देखे, कभी धूल नहीं देखी तो वे क्या जाने गरीबी और गांवों के लोगों की स्थिति। गरीबों एवं किसानों का दर्द तो समझा है हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने, जिन्होंने किसानों के लिए सम्मान निधि की व्यवस्था की। प्रधानमंत्री ने साल के 6 हजार रूपए सम्मान निधि शुरू करवाई तो प्रदेश के मुख्यमंत्री इसमें कहां पीछे रहने वाले थे, उन्होंने भी 4 हजार रूपए मिलाकर किसानों को 10 हजार रूपए साल की सम्मान निधि देने की व्यवस्था कर दी। उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रदेश को 15 माह ऐसा नेतृत्व मिला जो गरीबों के अधिकार छिन रहा था, लेकिन मुझे गर्व है हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व पर, जिन्होंने गरीबों, किसानों को उनका अधिकार दिलाया।
साधु और शैतान में अंतर समझना होगा
प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने सभाओं में उपस्थित भाजपा कार्यकर्ता एवं आम लोगों से कहा कि उन्हें साधु और शैतान में अंतर समझना होगा। ये उपचुनाव साधु और शैतान के बीच में है। साधु वह होता है जो समाज का उत्थान करता है, समाज की सेवा में दिन-रात लगा रहा है, लेकिन शैतान का काम ही लोगों को लूटना है, समाज को लूटना है। ये ही शैतान की प्रवृत्ति होती है। इसलिए अब प्रदेश से इन शैतानों को खदेड़कर भगाना है और प्रदेश को बचाना है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ की सरकार ने 15 माह में प्रदेश को रेत माफिया, भू-माफिया एवं दलालों का अड्डा बना था, लेकिन अब इनका सफाया किया जाएगा।
कोई देश कोरोना वायरस, कोई आतंकवाद से जाना जाता है, लेकिन हिन्दुस्तान
सेवा के कारण प्रसिद्ध हुआः पुरूषोत्तम रूपाला
केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री श्री पुरुषोत्तम रुपाला ने बदनावर में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कोई देश कोरोना वायरस भेजकर दुनिया में पहचान बना पाया तो किसी की पहचान आतंकवाद भेजने से है। लेकिन हिन्दुस्तान की पहचान सेवा के कारण बनी, दुनिया के 122 देशों में दवाइयां भेजने के कारण बनी। उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी की चपेट में थी उस समय हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका सहित दुनिया के 122 देशों के लोगों की जान बचाने का बीढ़ा उठाया। केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री श्री रूपाला ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में सरकार से 100 रूपए लेने में चप्पलें घिस जाती थीं, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री ने देश के किसानों के खातों में 16 हजार करोड़ रूपए दो मिनट में भेज दिए। सिर्फ दो मिनट में किसानों के खातों में राशि पहुंच गई। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों के लिए कृषि बिल पास किया गया। इससे किसान अब दलालों के चंगुल से बच पाएंगे। कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि भारत विश्व गुरू की दौड़ में भी होगा, लेकिन आज हमारा देश विश्व गुरू बनने की ओर अग्रसर है। ये सब हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कामों के कारण हो पा रहा है। कार्य करने से होते हैं और ये करके दिखाया है। केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री ने सभा में उपस्थित जनसमूह को मतदान करने का संकल्प दिलाते हुए कहा कि हमारे देश में, हमारी संस्कृति में कोई भी संकल्प लेने की परंपरा है। संकल्प अकेले नहीं लिया जाता है यह जोड़े से लिया जाता है, इसलिए मतदान करने का संकल्प भी जोड़े के साथ करने का लें। अकेले मतदान करने नहीं जाए, इससे पुण्य नहीं मिलेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved