नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज पर आरोप लगाने और उन्हें सार्वजनिक करने वाले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के खिलाफ लॉ के सौ छात्रों ने चीफ जस्टिस एसए बोब्डे को पत्र लिखा है। पत्र में न्यायपालिका पर गलत दबाव बनाने के लिए जगनमोहन रेड्डी पर कार्रवाई की मांग की गई है।
इससे पहले भी कई बार एसोसिएशन और संगठन ऐसी मांग रख चुके हैं। कुछ याचिकाएं भी दाखिल की गई हैं।याचिका वकील सुनील सिंह ने भी दायर की है। याचिका में कहा गया है कि जगनमोहन रेड्डी का आचरण संविधान के विरुद्ध, संदेहास्पद और अवमनानापूर्ण है। याचिका में कहा गया है कि न्यायपालिका पर लोगों का भरोसा खतरे में है। इसे लेकर मीडिया में चर्चा चलेगी और न्यायपालिका की छवि को खराब करने की कोशिश की जाएगी।
याचिका में कहा गया है कि उच्चतर न्यायपालिका के खिलाफ कोई भी शिकायत संसद या राज्य विधानसभाओं में की जाती है, प्रेस कांफ्रेंस के जरिये नहीं। न्यायपालिका को संवैधानिक सुरक्षा इसलिए मिली है कि वो भय मुक्त होकर काम करे। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री न्यायपालिका का सम्मान करने के लिए बाध्य हैं लेकिन उन्होंने गैरजिम्मेदाराना बयान देकर न्यायपालिका की गरिमा को गिराने का काम किया है।
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