शिवराज ने ली खूब चुटकी, बोले – क्या औरंगजेब का खजाना था, जिसे मामा ने लूट लिया
इन्दौर। सांवेर उपचुनाव सरकार के लिए महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री खुद व्यक्तिगत रूप से रुचि ले रहे हैं और कल दूसरी बार चुनाव प्रचार के लिए आए और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सुपारी हाथ में लेकर जीत का संकल्प दिलवाया। शिवराज ने चुटकी भी खूब ली और कमलनाथ को घेरते हुए कहा कि खोदा पहाड़, निकली चूहिया, वह भी मरी हुई और अब उसे ही लेकर घूम रहे हैं और बोलते हैं कि सबका कर्जा माफ कर दिया। कब तक मूर्ख बनाओगे कमलनाथ…
मुख्यमंत्री के साथ पूर्व सांसद और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी मौजूद रही, जिनके पांव छूकर मुख्यमंत्री ने आशीर्वाद लिए, फिर खासगी ट्रस्ट के घोटालों का हवाला देते हुए बोले कि ताई ने पत्र लिखकर उन्हें जानकारी दी और शासन ने भी तथ्यों के साथ कोर्ट में तर्क रखे, जिस पर महत्वपूर्ण फैसला आया और अब गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। खासगी ट्रस्ट के घोटालेबाजों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने सांवेर में किए गए विकास कार्यों का भी बखान किया और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को जमकर कोसा और कहा कि वे बार-बार कहते थे कि खजाना खाली मिला, तो क्या औरंगजेब का खजाना था जिसे मामा लूट ले गया। पैसों की कोई नहीं है। वे तो जब देखो रोते रहते थे कि पैसा नहीं है, लेकिन ऐसा रोने वाला मुख्यमंत्री नहीं चाहिए। अरे पैसे नहीं है तो रास्ता निकालो, नहीं तो तुम काहे के मुख्यमंत्री। हमने भी रास्ता निकाला। थोड़ी दिक्कत अवश्य है। किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर उन्होंने मरी हुई चूहिया लेकर घूमने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार के समय वल्लभ भवन दलालों का अड्डा बन गया था। मंत्री और विधायकों की वे सुनते नहीं थे और उसी की चलती थी जो पैसा लेकर आता था। उन्होंने किसानों को दिए गए 21 हजार 400 करोड़ रुपये की जानकारी भी दी और बताया कि किस प्रकार से कमलनाथ ने कर्जमाफी के नाम पर झूठ का पाखंड रचा।
जयवर्धन बोले – ये पब्लिक है, सब जानती है
पूर्व काबिना मंत्री जयवर्धन सिंह भी कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू के लिए चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे और उन्होंने भी खुलकर हमले किए और कहा कि ये पब्लिक है, जो सब जानती है। सिलावट के स्वार्थ के कारण सांवेर के मतदाताओं को फिर से लाइन में लगना पड़ रहा है। सांवेर में मेट्रो चलाने का झूठा वायदा किया और उसके बाद जनता के वोट को बेच डाला। यह सांवेर की जनता का सबसे बड़ा अपमान है, जिसे अब चुनाव में जनता सबक सिखाएगी। 10 नवम्बर के नतीजे बताएंगे और कमलनाथ फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे। भाजपा के बड़े-बड़े दलालों को कमलनाथ जी ने ही सबक सिखाया है और जनता भी उनका पूरा 5 साल का कार्यकाल चाहती थी।
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