बेरूत । लेबनान और इस्राइल दोनों देशों के बीच लंबे समय से विवादित समुद्री सीमा मुद्दे पर अब दोनों ही देशों ने विवाद खत्म करने के लिए अमेरिकी मध्यस्थता स्वीकार कर ली है। दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र संघ के बैनर तले दक्षिणी लेबनान के सीमावर्ती शहर नकौरा में यूएन शांति सेना के मुख्यालय में इस बारे में खास चर्चा होने एवं एक निष्कर्ष पर पहुंचने की घोषणा की।
ईस्टर्न अफेयर्स के लिए अमेरिकी सहायक सचिव डेविड शेंकर के अनुसार 14 अक्तूबर को इस बारे में आगे की बात शुरू होने की उम्मीद है। डेविड मध्य पूर्व के लिए शीर्ष अमेरिकी राजनयिक हैं। शेंकर ने बताया कि वह कम से कम पहले दौर के लिए अमेरिकी मध्यस्थता दल का नेतृत्व करेंगे।
उधर, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने एक बयान में कहा कि यह समझौता दोनों देशों को विचार-विमर्श आरंभ करने की अनुमति देगा। इस समझौते में लेबनान और इस्राइल के नागरिकों के लिए अधिक स्थिरता, सुरक्षा और समृद्धि हासिल करने का मौका है। उन्होंने कहा कि यह समझौता अमेरिकी अधिकारियों के लगभग तीन साल की गहन राजनयिक चर्चाओं का परिणाम है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने भी वार्ता शुरू करने की समझौते की घोषणा का स्वागत किया है।
वहीं, इस बारे में एक इस्राइल के अधिकारी ने बताया कि इस्राइल के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ऊर्जा मंत्री युवाल स्टैनिट्ज करेंगे। स्टीनिट्ज ने एक बयान में कहा कि हम निकट भविष्य में सीधी बात शुरू करने की उम्मीद कर रहे हैं। इस्राइल और लेबनान के बीच सीमा विशेष आर्थिक क्षेत्र के मामले में शांतिपूर्ण संकल्प पर पहुंचना हमारा लक्ष्य है, जिससे कि दोनों देशों को फायदा हो।
गौरतलब है कि इस्राइल और लेबनान के बीच कोई राजनयिक संबंध नहीं है और कानूनी दृष्टि से युद्ध की स्थिति में हैं। दोनों देश अपने स्वयं के अनन्य आर्थिक क्षेत्रों के रूप में भूमध्य सागर के 860 वर्ग किलोमीटर (330 वर्ग मील) के बारे में दावा करते हैं।
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