लखनऊ। हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद रातों रात अंतिम सस्कार के बाद निशाने पर आई योगी सरकार ने मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्य एसआईटी का गठन हुआ है। इसके साथ ही सीएम ने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का भी निर्देश दिया है।
मामले की जांच के लिए गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम का गठन हुआ है, जिसमें डीआईजी चंद्र प्रकाश और आईपीएस पूनम सदस्य होंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना की तह तक जाने के साथ ही समयबद्ध रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। SIT अपनी रिपोर्ट 7 दिनों के अंदर पेश करेगी।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने हाथरस की घटना के लिए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 30, 2020
गैंगरेप के चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। सीएम ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के भी आदेश हैं। गौरतलब है कि दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में हाथरस गैंगरेप की पीड़िता की मौत के बाद मंगलवार देररात ही उसका शव यूपी पुलिस गांव लेकर आई। गांववाले और युवती के परिजन लाख मिन्नतें करते रहे लेकिन विरोध के बीच पुलिस ने रातोंरात ही युवती का अंतिम संस्कार कर दिया।
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यूपी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश पुलिस की इस हरकत को कायराना बताया है। कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है – निर्दयता की हद है ये। जिस समय सरकार को संवेदनशील होना चाहिए उस समय सरकार ने निर्दयता की सारी सीमाएं तोड़ दी।’ समाजवादी पार्टी, बीएसपी, आम आदमी पार्टी, भीम आर्मी जैसे समेत तमाम राजनीतिक दल और संगठन बीजेपी सरकार के खिलाफ आक्रामक हैं।
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