भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने बिशनखेड़ी में तैयार हो रहे नये परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शैक्षणिक सुविधाएं एवं वातावरण उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश गृह निर्माण मंडल के अधिकारियों को दिए हैं। नये परिसर में राष्ट्रीय मीडिया संग्रहालय, फैकल्टी एवं मीडिया प्रोफेशनल्स के लिए प्रशिक्षण केंद्र, आधुनिक सुविधाओं से सम्पन्न कक्षाएं एवं उच्च स्तरीय स्टूडियो बनाने के निर्देश भी दिए हैं। इस अवसर पर कुलपति ने प्रशासनिक भवन के सामने पौधरोपण भी किया।
कुलपति प्रो. सुरेश नये परिसर के निर्माण कार्य की प्रगति का निरीक्षण करने के लिए बिशनखेड़ी पहुँचे। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजयेपी, डायरेक्टर प्रोडक्शन डॉ. आशीष जोशी के साथ ही गृह निर्माण मंडल के उपायुक्त एमके साहू एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कुलपति ने इस दौरान प्रशासनिक, अकादमिक भवनों सहित आवासीय परिसर का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नये परिसर में पठन-पाठन की उच्च स्तरीय व्यवस्थाएं की जाएंगी। परिसर को प्रकृति के अनुकूल विकसित किया जाएगा। नये परिसर में सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा और वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था रहेगी। परिसर के मध्य में महान कवि, यशस्वी संपादक एवं स्वतंत्रतासेनानी माखनलाल चतुर्वेदी की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि मीडिया के इतिहास को प्रदर्शित करने के लिए यहाँ देश का अनूठा राष्ट्रीय मीडिया संग्रहालय विकसित किया जाएगा। इसके माध्यम से भारतीय संवाद पद्धति को समझाने का भी प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही विद्यार्थियों के लिए ओपन क्लास रूम की व्यवस्था भी की जाएगी, जहाँ विद्यार्थी चारदीवारी से बाहर निकलकर मीडिया का अध्ययन करेंगे।
केंद्रीय पुस्तकालय में विद्यार्र्थियों के लिए ‘लाइब्रेरी कैफेटेरिया’ भी विकसित की जाएगी, जहाँ विद्यार्थी चाय-कॉपी के साथ किताबें पढऩे का आनंद ले सकेंगे। डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर आधुनिक तकनीक एवं सुविधाओं से सम्पन्न स्टूडियो के निर्माण के निर्देश भी कुलपति ने दिए हैं।
50 एकड़ में बना है नया परिसर :
जानकारी के अनुसार एमसीयू का नया परिसर लगभग 50 एकड़ में विकसित हो रहा है। इसे ग्रीन कैम्पस के तौर पर तैयार किया जा रहा है। नये परिसर में छात्र-छात्राओं के लिए 150-150 की क्षमता के दो अलग-अलग छात्रावास तैयार हो रहे हैं। रिसर्च स्कॉलर के लिए 46 बेड का छात्रावास बन कर तैयार है। विश्वविद्यालय में 850 की क्षमता का सभागार और 450 की क्षमता का एम्पीथियेटर भी बन रहा है। विद्यार्थियों के लिए जिम, खेल मैदान, ध्यान केंद्र सहित अन्य सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं।