नई दिल्ली। शुक्रवार को राज्यसभा में होम्योपैथी केन्द्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक 2020 पारित हो गया। इस विधेयक का डीएमके सांसद टी शिवा ने विरोध करते हुए इसे संघवाद की जड़ों पर प्रहार बताया।
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में आने का बाद से केंद्र सरकार ऐसे बिल ला रही है जो राज्यों की ताकतें छीन रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिकांश विधेयकों ने राज्य सरकार की शक्तियों को छीन लिया है। स्थायी समिति ने बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि सलाहकार परिषद में राज्य चिकित्सा परिषदों का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। इसलिए यह सिफारिश की जाती है कि राज्य चिकित्सा परिषदों के निर्वाचित सदस्यों के प्रतिनिधित्व के लिए एक प्रावधान होना चाहिए। (एजेंसी, हि.स.)
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