भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्रि-परिषद की बैठक हुई, जिसमें प्रदेश के हित में कई अहम निर्णय लिये गए। मंत्रि-परिषद ने ग्वालियर में देश के पहले नि:शक्त बालक-बालिकाओं के लिये स्टेडियम बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसके साथ बैठक में भोपाल-इंदौर में मेट्रोपोलिटन एरिया गठित करने का निर्णय लिया।
बता दें कि ग्वालियर में देश का पहला दिव्यांग खेल स्टेडियम बनाने के प्रस्ताव को केन्द्र सरकार पहले ही मंजूरी दे चुकी है। मंगलवार को शिवराज मंत्रि-परिषद ने नि:शक्त बालक-बालिकाओं के लिए ग्वालियर में स्टेडियम निर्माण के लिये 7.902 हेक्टेयर भूमि आवंटित करने संबंधी प्रस्ताव का अनुमोदन प्रदान किया। इस स्टेडियम के लिए शहर के ट्रिपल आईटीएम के सामने बनने वाले इस स्टेडियम में एक आउटडोर एथलेटिक्स स्टेडियम, इनडोर स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स, बेसमेंट पार्किंग सुविधा, जलीय केंद्र में 2 स्विमिंग पूल, एक कवर पूल और एक आउटडोर पूल, कक्षाओं के साथ उच्च निष्पादन केंद्र, चिकित्सा सुविधाएं, खेल विज्ञान केंद्र, एथलीटों के लिए छात्रावास की सुविधा, सुलभ लॉकर्स, भोजन, मनोरंजक सुविधाएं और प्रशासनिक ब्लॉक सहित सहायता सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
वहीं, मंत्रि-परिषद ने भोपाल व इंदौर शहर में मेट्रो रेल परियोजना के क्रियान्वयन के लिए मेट्रोपोलिटन एरिया (महानगर क्षेत्र) गठित करने का निर्णय लिया। भोपाल महानगर क्षेत्र में भोपाल निवेश क्षेत्र तथा मंडीदीप निवेश क्षेत्र सम्मिलित होंगे। इंदौर महानगर क्षेत्र में महू निवेश क्षेत्र तथा पीथमपुर निवेश क्षेत्र को जोड़ा गया है।
इंदौर-पीथमपुर इन्वेस्टमेंट रीजन में नवीन औद्योगिक क्षेत्र विकसित होंगे
मंत्रि-परिषद ने इंदौर-पीथमपुर इन्वेस्टमेंट रीजन में नवीन औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने संबंधी परियोजना को अनुमोदन प्रदान किया। परियोजना के अंतर्गत पीथमपुर औद्योगिक निवेश सेक्टर 4 तथा 5 को 586.70 हेक्टेयर भूमि पर 550 करोड़ रूपये की लागत से दो चरणों में विकसित किया जाएगा।
बल्क ड्रग पार्क को स्वीकृति
मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में बल्क ड्रग पार्क की स्थापना के प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान की। रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय भारत सरकार की बल्क ड्रग पार्क प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत स्थापित होने वाले इस पार्क में आने वाली फार्मा इकाईयों को योजना के अनुरूप विशेष वित्तीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
बाबई-मोहसा मे बनेगा मेडिकल डिवाइस पार्क
प्रदेश में मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना के प्रस्ताव को भी मंत्रि-परिषद् द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया। भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत विकसित होने वाले इस पार्क में आने वाली विनिर्माण इकाइयों को योजना के अनुरूप विशेष वित्तीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। होशंगाबाद जिले के बाबई-मोहसा में यह पार्क स्थापित होगा।
4 हजार 404 गांवों में घरेलू नल कनेक्शन
मंत्रि-परिषद ने 6 हजार 111 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली दस समूह जल प्रदाय योजनाओं को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की। मध्यप्रदेश जल निगम द्वारा क्रियान्वित होने वाली इन योजनाओं से प्रदेश के 8 जिलों धार, देवास, गुना, शिवपुरी, अशोक नगर, सागर, सिंगरौली तथा आगर के 4 हजार 404 गांवों में घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से प्रत्येक घर को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
मंत्रि-परिषद द्वारा जेरा मध्यम सिंचाई परियोजना के लिए 170 करोड़ 8 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। सागर जिले के जैसीनगर विकासखण्ड में बनने वाली इस परियोजना से 5 हजार 400 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता विकसित होगी।
अटल भू-जल योजना स्वीकृत
मंत्रि-परिषद की बैठक में अटल भू-जल योजना के क्रियान्वयन के लिए 314 करोड़ 54 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। योजना के अंतर्गत बुन्देलखण्ड अंचल के 6 जिलों क्रमश: सागर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना तथा निवाड़ी के 9 विकासखण्ड क्रमश: सागर, पथरिया, छतरपुर, नौगांव, राजनगर, बल्देवगढ़, निवाड़ी, पलेरा एवं अजयगढ़ की 678 ग्राम पंचायतों के क्षेत्र के भू-जल स्तर में सुधार होगा।
बैठक में मंत्रि-परिषद् द्वारा मध्यप्रदेश माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2020 तथा मध्यप्रदेश कराधान अधिनियमों की पुरानी बकाया राशि का समाधान विधेयक 2020 का अनुमोदन किया गया।