भोपाल। शहर में कोरोना संक्रमण अब अपने चरम पर पहुंच रहा है। सितंबर में लगातार 15वें दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या 200 के पार पहुंची है। आज शहर में 280 लोग संक्रमित मिले हैं। 25 वीड्ड बटालियन से 2 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, वहीं ईएमई सेंटर से 3 लोग कोरोना संक्रमित निकले हैं। आईटीबीपी कैम्प से 6 जवान, इब्राहिमगंज से 1, जीएमसी से 3, एम्स से 1, चार इमली से तीन,फारेस्ट कालोनी चार इमली से 2, नई जेल से 1, सेमरा कला से 6, पुलिस कॉलोनी भौंरी से 1, सुभाष सिटी लामाखेड़ा से 3, कामखेड़ा बीपीएल से 4, सिद्धांता रेड क्रॉस से 1, डी मार्ट होशंगाबाद रोड से 1, रिवेरा टाउन से 2 और अरेरा कालोनी से एक ही परिवार के 4 सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
लगातार बढ़ रही संख्या
प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 10 सितंबर के बाद से रोजाना 2000 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। सोमवार को अब तक के एक दिन में सर्वाधिक 2483 मरीज मिले हैं और 29 मरीजों की मौत हुई है। 10 सितंबर को कुल लिए गए सैंपल में 9.2 फीसद लोग संक्रमित मिले थे। सोमवार को यह दर बढ़कर 11.90 पहुंच गई। एक मरीज के नजदीक संपर्क में कम से कम 10 लोग रहते हैं। ऐसे में रोजाना मिलने वाले मरीजों की तुलना में कम से कम 10 गुना संदिग्ध लोगों के सैंपल लेना ही चाहिए, लेकिन प्रदेश में पिछले तीन दिन से ऐसा नहीं हो रहा। मप्र में अब तक केवल 17 लाख सैंपल लिए गए हैं। वहीं पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश ने तीन दिन पहले एक ही दिन में डेढ़ लाख लोगों के सैंपल लेने का रिकॉर्ड बनाया है।
मरीज 84 फीसदी बढ़े
प्रदेश में अगस्त में रोज औसत 19672 तो सितंबर में (14 तारीख तक) 23107 मरीजों के सैंपल लिए गए। अगस्त के मुकाबले सितंबर में प्रतिदिन औसत सैंपल लेने में सिर्फ 17 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। अगस्त में प्रतिदिन औसत 1037 मरीज मिल रहे थे, जबकि सितंबर के शुरुआती 14 दिन में ही यह आंकड़ा 1911 तक पहुंच गया। यानी सितंबर में मरीजों की प्रतिदिन औसत संख्या में 84 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई।
40 फीसदी को होम आइसोलेशन में रखने की तैयारी
प्रदेश भर में कोरोना के इलाजरत मरीजों की संख्या 21228 हो गई है। कई अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ रहे हैं। इसे देखते हुए दिल्ली व उत्तर प्रदेश की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी बिना लक्षण वाले 40 फीसद मरीजों को उनके घर में ही अलग रखने (होम आइसोलेशन) की तैयारी है। इन मरीजों को जरूरी फोन नंबर, सर्जिकल मास्क और 7 तरह की दवाओं की एक किट भी दी जाएगी। मरीजों को सलाह दी जाएगी कि वह डिजिटल थर्मामीटर और ऑक्सीजन का स्तर नापने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर खुद खरीदें। स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. संजय गोयल ने सभी जिलों के सीएमएचओ को यह किट तैयार करने को कहा है। जिले में इलाजरत मरीजों संख्या के 40 फीसदी के मान से यह किट तैयार की जाएंगी। किट में मल्टीविटामिन, विटामिन सी, जिंक, एंटीबायोटिक्स और एलर्जी की दवा रहेगी। जिले के कंट्रोल रूम के डॉक्टरों द्वारा मरीजों की फोन और घर जाकर निगरानी की जाएगी। होम आइसोलेशन वाले मरीजों को अभी यह किट नहीं दी जा रही थी।
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