नई दिल्ली। पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शोक जताया है। पीएम मोदी ने कहा कि रघुवंश बाबू के जाने से बिहार और देश की राजनीति में शून्य पैदा हो गया है। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद अब हमारे बीच नहीं रहे हैं। मैं उनको नमन करता हूं। जमीन से जुड़ा व्यक्तित्व, गरीबी को समझने वाला व्यक्ति, पूरा जीवन बिहार के संघर्ष में बिताया। जिस विचारधारा में वो पले बढ़े, जीवन भर उसको जीने का प्रयास किया। उन्होंने बीजेपी के संगठन कार्यकर्ता के दिनों को याद करते हुए कहा कि अनेक टीवी डिबेट में काफी बार उनसे वाद-विवाद करने का मौका मिला। बाद में यूपीए सरकार में वे केंद्रीय मंत्री बने। मैं गुजरात के मुख्यमंत्री के नाते भी उनसे लगातार संपर्क में रहता था, विकास के कामों को लेकर।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन-चार दिनों से वे चर्चा में भी थे। उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए मैं स्वयं भी चिंता करता था, लगातार जानकारी लेता रहा। मुझे लगता था कि वह बहुत जल्द ठीक होकर बिहार के लिए फिर से जुट जाएंगे। लेकिन उनके अंदर एक मंथन भी चल रहा था। जिन आदर्शों को लेकर चले थे, जिनके साथ चले थे, उनके साथ चलना अब उनके लिए संभव नहीं रहा था। और मन पूरी तरह उद्वेग में था।
नीतीश को लिखी चिट्ठी का पीएम मोदी ने किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि तीन चार दिन पहले उन्होंने बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार को एक चिट्ठी लिखकर अपनी भावनाएं प्रकट की थी। उन्हें अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ अपने क्षेत्र के विकास की चिंता भी थी। इसलिए उन्होंने विकास कार्यों की एक सूची भी मुख्यमंत्री को भेज दी। बिहार के लोगों के प्रति उनकी चिंता उस चिट्ठी में प्रकट होती है। मैं नीतीश कुमार से जरूर आग्रह करूंगा कि रघुवंश बाबू ने अपनी आखिरी चिट्ठी में जो भावनाएं प्रकट की है उसे परिपूर्ण करने के लिए आप और हम मिलकर पूरा प्रयास करें। क्योंकि उन्होंने पूरी तरह विकास की ही बातें की थी, उसे जरूर करें। पीएम मोदी ने कहा कि मैं रघुवंश प्रसाद को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।