– कोरोना इन्वीटेशन… इस तरह खुले मुंह घूम रहे हैं लोग…
इंदौर। इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटे में 343 नए मरीज 212 क्षेत्रों से सामने आए हैं। अब आरटीपीसीआर टेस्ट घटाकर एंटीजन रैपिड टेस्ट ज्यादा किए जा रहे हैं, जिसके परिणाम स्वरूप फटाफट पॉजिटिव मरीजों की पहचान कर उनका इलाज शुरू किया जा रहा है। 33 हजार से अधिक रैपिड टेस्टिंग की जा चुकी हैं, जिसमें 251 पॉजिटिव मिले हैं। कल भी 1324 सैम्पल आरटीपीसीआर लैब में जांच के लिए भेजे गए और 2838 सैम्पलों की जांच 24 घंटे में की गई।
रैपिड टेस्टिंग का फायदा यह है कि हाथोहाथ ही पॉजिटिव मरीजों की पहचान हो जाती है, जिससे उन्हें अस्पताल या होम आइसोलेशन करवा दिया जाता है, जिससे वे अन्य लोगों को और अधिक संक्रमित नहीं कर पाते हैं। एंटीजन रैपिड टेस्ट के प्रभारी डॉ. अमित मालाकर के मुताबिक अभी तक 33030 रैपिड टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 751 पॉजिटिव मिले हैं। लगातार इसकी किट भी भोपाल से मंगवाई जा रही है। रोजाना 2000 से अधिक ये रैपिड टेस्ट किए जा रहे हैं। इधर रैपिड टेस्ट की संख्या बढऩे के चलते मेडिकल कॉलेज की लैब में जो आरटीपीसीआर से टेस्टिंग की जा रही थी उनकी संख्या घट गई है। अब 800 से लेकर 1200 ही सैम्पल रोजाना जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में भी 1324 सैम्पल भेजे गए। वहीं 2838 की जांच रिपोर्ट मेडिकल बुलेटिन में बताई गई, जिनमें से 2479 नेगेटिव और क्षेत्रवार जारी सूची में 343 पॉजिटिव बताए गए हैं, जिनमें नए 9 क्षेत्रों के 12 पॉजिटिव शामिल हैं। खजराना, सुखलिया, सुदामा नगर, विजय नगर से भी लगातार कोरोना मरीज मिल रहे हैं। कुल पॉजिटिव का आंकड़ा 16431 हो गया। इनमें से 4776 फिलहाल उपचाररत हैं, वहीं मरने वालों की संख्या 451 तक पहुंच गई है।
निगम उपायुक्त को भी होना पड़ा क्वारेंटाइन
सरकारी विभागों के भी अधिकारी-कर्मचारी लगातार संक्रमित हो रहे हैं, जिनमें सबसे ज्यादा नगर निगम के लोग चपेट में आ रहे। अभी वर्कशॉप के एक अधिकारी के पॉजिटिव होने के बाद उनके सम्पर्क में रही महिला उपायुक्त को भी क्वारेंटाइन होना पड़ा। इसके पूर्व एक अन्य उपायुक्त भी कोरोना पॉजिटिव निकले थे। वहीं सफाईकर्मियों से लेकर अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी लगातार पॉजिटिव हो रहे हैं। इसके चलते अब निगम के भी सभी विभागों में घबराहट है और लगातार सेनिटाइजेशन करने के साथ-साथ सावधानी भी बरती जा रही है। लेकिन निगम का काम चूंकि महत्वपूर्ण है, लिहाजा छुट्टी भी नहीं दी जा सकती। निगम के अलावा प्रशासनिक संकुल में भी इसी तरह संक्रमित मरीज बीते दिनों में मिले हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved