इंदौर। उमरीखेड़ा में शिवसेना नेता रमेश साहू की हत्या करने वाली आदिवासी गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार कर हत्याकांड से पर्दा उठाया दिया है। हत्या के बाद अंधेरे में तीर चला रही पुलिस को पहला सुराग मिलने का किस्सा दिलचस्प है। साहू के घर से 150 मीटर की दूरी पर रहने वाले राहुल उर्फ पप्पू के गायब होने की जानकारी लगी तो पुलिस को लग गया कि कहीं न कहीं उसका हत्या में हाथ है।
पुलिस राहुल की सरगर्मी से तलाश करने लग गई। उसके मोबाइल की डिटेल निकाली तो साथियों की जानकारी पता चल गई और कुक्षी पहुंची क्राइम ब्रांच की एक टीम ने 4 बदमाशों को पकड़ लिया, जिन्होंने स्वीकार किया कि राहुल ने फोन लगाकर कहा था कि साहू ने एक प्रापर्टी बेची है, जिसके 50 लाख रुपए घर में रखे हैं। 50 लाख की ज्वेलरी भी मिल जाएगी। एक करोड़ का खेल है, आ जाओ। दरअसल राहुल धार जिले के मनावर का रहने वाला है। वह साहू के घर के सामने रोड पार किराए से रहता था। वह अकसर साहू के घर आता-जाता था। साहू उससे छोटे-मोटे काम भी कराता रहता था। उसकी साहू के श्वानों से दोस्ती भी हो गई थी। इस दौरान राहुल के दिमाग में षड्यत्र बना कि साहू के घर महंगी-महंगी कारें आकर रुकती हैं। इसी बीच उसे पता चला कि साहू ने एक प्रापर्टी बेची है। रुपया घर में ही रखा होगा। दूसरे बदमाशों से पूछताछ कर रही क्राइम ब्रांच ने लूट के बिंदु पर जांच करना शुरू की तो सबसे पहले साहू के घर के आसपास उन लोगों के बारे में जानकारी जुटाना शुरू की जो गायब थे। सबसे पहले राहुल का ही नाम आया और टीमें उसकी तलाश में लग गईं। कुछ जवान कुक्षी पहुंचे तो उन्हें पता चला कि कुख्यात बदमाश प्रेमसिंह उर्फ परेम घर से गायब है। पुलिस ने सबसे पहले उसे ही गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर दूसरे बदमाशों को पकड़ा, जिनके पास लूट का माल वैसा का वैसा मिल गया। बदमाशों ने कबूला कि लूटा माल वे ज्वेलरी की दुकानों में नहीं हाट में बेचते हैं। फिलहाल हाट बंद है, जिससे वे लूटा माल बेच नहीं पाए। परेम के बारे में बताया जा रहा है कि वह दिव्यांग है। उसके एक तरफ का हिस्सा बचपन से काम नहीं करता है। उसने ही साहू की बेटी से मारपीट भी की थी। एक अन्य आरोपी कमल का भाई धार-झाबुआ जिले में भाजपा नेता है। तेजाजी नगर पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved