नई दिल्ली । जामिया मिल्लिया इस्लामिया भारत के उन गिने-चुने शैक्षणिक संस्थानों में शामिल है, जिसने लंदन की टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2021 में न सिर्फ अपना स्थान बरकरार रखा बल्कि भारतीय शैक्षिक संस्थानों में अपनी स्थिति में काफी सुधार किया है।
टीएचई के आंकड़ों के मुताबक जामिया ने भारतीय संस्थानों में अपनी रैंकिंग में सुधार करते हुए पिछले साल के 19 वें स्थान की जगह इस बार 12 वें पायदान पर अपनी जगह बनाई है। साथ ही विश्वविद्यालय ने दुनिया के शीर्ष 601-800 विश्वविद्यालयों में अपनी जगह बरकरार रखी है। हालांकि इस साल के मूल्यांकन में दुनिया भर से हिस्सा लेने वाले संस्थानों की संख्या में बढ़ोतर हुई है। द वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2021 में 92 देशों के तकरीबन 1527 विश्वविद्यालयों का आकलन किया गया है, जबकि पिछले साल 92 देशों के 1400 संस्थानों का ही किया गया था।
जामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में विश्वविद्यालय के लगातार सुधार और बेहतर होते जा रहे प्रदर्शन पर खुशी इजहार किया है। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन जामिया की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय पहचान और आउटरीच के अलावा इसके उच्च गुणवत्ता वाले शोध, प्रकाशन और शिक्षण को दर्शाता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि विश्वविद्यालय अपने प्रदर्शन में और सुधार करेगा जिससे उसकी रैंकिंग बेहतर से बेहतर होती जाएगी। विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए पांच मापदंडों पर ग़ौर किया गया है जिसमें शिक्षण (30 प्रतिशत), अनुसंधान (30 प्रतिशत), साइटेशन (30 प्रतिशत), उद्योग आय (2.5 प्रतिशत) और अंतर्राष्ट्रीय आउटलुक (7.5 प्रतिशत) है।
इससे पहले जामिया को साल 2020 में मॉस्को आधारित राउंड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (आरयूआर) में 538 वें स्थान पर रखा गया है। जामिया ने प्रतिष्ठित, क्वैक्लेरेली साइमंड्स (क्यूएस) विश्वविश्वविद्यालय रैंकिंग में 751-800 श्रेणी में अपनी जगह बरकरार रखी है, जिसमें इसके शोध कार्यों को ’बहुत उच्च स्तरीय’ बताया गया है। यह रैंकिंग पिछले साल जून में जारी की गई थी।शिक्षा मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ-2020) में जामिया को देश में 10 वें स्थान पर रखा गया था।
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