– मंडियों के निजीकरण के विरोध में प्रदेश की 262 मंडियों के व्यापारी एकजुट हुए
इन्दौर। मंडियों के निजीकरण के विरोध में कल से तीन दिनों तक मंडियों में हड़ताल रहेगी। चौथे दिन रविवार को लॉकडाउन के कारण भी मंडी बंद रहेगी। इस तरह मंडियां चार दिनों तक बंद रहेगी।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में सरकार एक अध्यादेश लाई है, जिसमें मंडियों का निजीकरण होना है। कोई भी कंपनी जिसके पास अच्छी जगह हो तो वह 500 लोगों को साथ लेकर स्वयं की मंडी संचालित कर सकता है। हालांकि इन मंडियों पर जो नाका रहेगा, वह सरकार का रहेगा। सरकार के इस अध्यादेश के खिलाफ पूरे प्रदेशभर के मंडी व्यापारी एकजुट हो गए हैं और हड़ताल की चेतावनी दी है। चोइथराम के अलावा लक्ष्मीबाई, संयोगितागंज छावनी की मंडियां बंद रहेगी। व्यापारियों ने तीनों मंडियों ने भी आज हड़ताल का ऐलान भी कर दिया है। थोक सब्जी व्यापारी आनंद भिलवारे ने बताया कि हड़ताल के चलते आज टमाटर 1000-1200 रुपये प्रति कैरेट बिका तो धनिया मंडी में ही थोक में 150 रुपये प्रति किलो तक बिका। मंडी एसोसिएशन के प्रकाश परिडवाल ने बताया कि हड़ताल से फल भी महंगे मिलेंगे।
हड़ताल की खबर लगते ही मंडी में उमड़ी भीड़
मंडियों में कल से तीन दिनी हड़ताल को देखते हुए आज सुबह लोग बड़ी संख्या में मंडी पहुंचे और सब्जियां खरीदी। चोइथराम के अलावा मालवा मिल, सिंधी कालोनी, कालानी नगर चौराहे की मंडी पर भी जमकर भीड़ नजर आई। कोरोना के नियमों को लोग भूल गए।
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