भोपाल। वनोपज को बेचकर आजीविका चलाने वालों को सरकार ने राहत दी है। सरकार ने शहद, लाख, गुठली, महुआ समेत 14 वनोपज का समर्थन मूल्य बढ़ा दिया है। इससे सीधे तौर पर प्रदेश के आदिवासियों को फायदा होगा। नए समर्थन मूल्य के तहत शहद अब 225 रुपए, अचार गुठली 130 रुपए, लाख कुसमी 275, लाख रंगीनी 200 रुपए और महुआ 35 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदी जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने महुआ सहित 14 वनोपजों के समर्थन मूल्य में वृद्धि की, जिसके परिणाम स्वरूप आदिवासियों को इनका बेहतर मूल्य मिला। सरकार ने इस बार महुए का मूल्य 35 रूपये प्रतिकिलो तय किया, जिससे इसका बाजार मूल्य 45 रूपये किलो तक बढ़ गया। अनूपपुर जिले के हितग्राही विश्वनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसने इस वर्ष 5 क्विंटल महुए का संग्रहण किया, उसका महुआ 45 रूपये किलो में बिका।
विंध्य हर्बल ने लॉच की रोग प्रतिरोधी किट
मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ के बरखेड़ा पठानी प्रसंस्करण केन्द्र द्वारा तैयार किए गए विंध्य हर्बल रोग प्रतिरोधी किट को लॉन्च किया। इस किट में 8 प्रकार की आयुर्वेदिक रोग प्रतिरोधक दवाएं हैं,जिनका कुल मूल्य 480 रूपये रखा गया है। चौहान ने कहा कि इसमें शामिल त्रिकटु चूर्ण, गिलोय चूर्ण, संशमनी वटी, अणु तेल, कालमेघ चूर्ण, अश्वगंधा चूर्ण, वनीय शहद तथा अर्जुन हर्बल चाय सभी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है।
उचित मूल्य राशन से कोई गरीब वंचित न रहे
चौहान ने बताया कि आगामी 1 सितम्बर से प्रदेश के छूटे हुए 37 लाख गरीब परिवारों को रियायती दर पर गेहूँ, चावल, आयोडीन नमक, कैरोसिन उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि इस योजना के लाभ से कोई गरीब वंचित न रहे, यह सुनिश्चित किया जाए।
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