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    शिवना ने किया भगवान पशुपतिनाथ का जलाभिषेक

  • August 23, 2020

    मंदसौर। दो दिन पूर्व नगर पालिका के जिम्मेदारों ने नगर के पेयजल स्तोत्रों का निरीक्षण किया था जो पूरी तरह से खाली पड़े थे। पेयजल वितरण के समय में 15 मिनिट की कटौती की गई थी व आगामी 1 सितम्बर से पेयजल वितरण तीन दिन छोड़कर किया जाना निर्धारित किया गया था कि पिछले 24 घंटों की तेज वर्षा से शिवना नदी सहित नाले उफान पर आ गये। जिससे प्रशासन की पेयजल की चिंता समाप्त हो गई। एक दिन में प्रभु इतना पानी बरसा दिया कि नगर के सभी प्रमुख पेयजल स्तोत्र पानी से लबालब हो गये है। अब मंदसौर नगर से पेयजल संकट टल चुका है। शनिवार की दोपहर प्रारंभ हुई बारिश रविवार की सुबह तक जारी रही। शिवना नदी में शनिवार की रात 12 बजे से पानी की आवक बढना प्रारंभ हो गई थी लगातार पानी की आवक को देखते हुए रात को ही कालाभाटा डेम के चार गेट खोलना पड़ गये थे।
    रविवार को भी लगातार शिवना में पानी की आवक होती रही और देखते ही देखते पहले मां शिवना ने तापेश्वर महादेव का अभिषेक किया उसके बाद पशपुतिनाथ महादेव के गर्भगृह में प्रवेश किया और फिर भूतभावन महादेव की अष्टमुखी प्रतिमा के चार मुखों को जलाभिषेक कर दिया। जैसे ही नगर में लोगों को मालूम पडा कि मां शिवना नदी ने भगवान पशुपतिनाथ का जलाभिषक कर दिया है वैसे ही लोगों का हुजूम नदी देखने को उमड़ पड़ा। वहीं कई लोगों ने यह सुनकर राहत की सांस ली क्योंकि भगवान मां शिवना द्वारा जलाभिषेक किये जाने से नगर में जलसंकट नहीं रहता ऐसे मान्यता है। एक दिन की तेज बारिश में ही भगवान ने इतना पानी बरसा दिया कि नगर के प्रमुख पेयजल स्तोत्र रामघाट डेम और कालाभाट डेम लबालब हो गये है। यहां भी पानी की दृश्य को देखने वाली की भिड़ रविवार को दिनभर रही।
    नगर पालिका अध्यक्ष राम कोटवानी द्वारा बारिश की स्थिति को देखते हुए जल स्रोतों एवं शहर की निचली बस्तियों का दौरा किया गया एवं स्थिति का अवलोकन कर नगरपालिका के जलकल अमले को आवश्यक निर्देश दिए गये। शिवना नदी में पानी की आवक होने से फिलहाल जल संकट टलता नजर आ रहा है। पर्याप्त वर्षा हो यह हम कामना करते हैं, साथ ही एकदम तेज बरसात होने पर शहर की निचली बस्तियों में पानी ना भरे, इसके लिए भी हम लगातार जुटे हुए हैं। रविवार को शनि विहार, खानपुरा, पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र सहित अन्य इलाकों का अवलोकन किया गया है। बस स्टैंड आदि क्षेत्र जहां जलभराव की स्थिति बनती है, वहां तत्काल पानी की निकासी हो, इसके प्रबंध किए जा रहे हैं और समूची व्यवस्था पर निगाह रखी जा रही है।
    गांधी सागर बांध का जलस्तर 1299.04 फिट
    कलेक्टर मनोज पुष्प द्वारा बताया गया कि वर्तमान में रविवार सुबह 6.30 बजे तक गांधी सागर बांध का जलस्तर 1299.04 फिट था। साथ ही अभी पानी की आवक 3.03 लाख क्यूसेक है। एजेंसी

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