नई दिल्ली। विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अब छात्रों के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार से छात्रों की समस्या को सुनने की बात कही है। साथ ही जेईई मेन्स और नीट परीक्षा को रद्द करने की मांग करते हुए राहुल ने कहा कि जरूरी है छात्रों की सेहत का भी ध्यान रखा जाए।
राहुल गांधी ने रविवार को ट्वीट कर लिखा, “भारत सरकार को नीट व जेईई परीक्षा के बारे में स्टूडेंट्स के मन की बात को सुनना चाहिए और एक स्वीकार्य समाधान पर पहुंचना चाहिए।” उन्होंने कहा कि छात्र अपने सेहत को लेकर चिंतित हैं ति सरकार को उनकिंचिबता का समाधान करते हुए निर्णय लेना चाहिए।
इससे पहले शनिवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र पर आरोप लगाते हुए ट्वीट कर कहा था, “केंद्र सरकार जेईई-एनईईटी परीक्षा के नाम पर लाखों छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है। केंद्र से मेरा अनुरोध है कि पूरे देश में इन दोनों परीक्षाओं को तुरंत रद्द करें और वैकल्पिक व्यवस्था करें। इस वर्ष प्रवेश। अभूतपूर्व संकट के इस समय में, एक अभूतपूर्व कदम एक समाधान की ओर ले जाएगा।”
वहीं, भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखा था कि कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए इस साल प्रतियोगी परीक्षाओं को स्थगित करने के 13 कारणों को सूचीबद्ध किया गया है।
दूसरी ओर, सुप्रीम कोर्ट ने देश में कोरोना महामारी के कारण जेईई (मुख्य) अप्रैल 2020 और NEET- स्नातक परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग को लेकर 11 छात्रों द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया था। उसके बाद, शिक्षा मंत्रालय के सचिव अमित खरे ने भी पुष्टि की कि नीट और जेईई मेन 2020 प्रवेश परीक्षाएं स्थगित नहीं की जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई-मुख्य) 01 से 06 सितंबर तक और राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) यूजी 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी। (एजेंसी, हि.स.)
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