कीव। यूक्रेन रूस के बीच चल रहे युद्ध को 24 दिन बीत चुके हैं लेकिन यूक्रेन रूस का डटकर मुकाबला कर रहा है। इस युद्ध के दौरान कुछ ऐसी कहानियां सामने आई हैं जिन्होंने सेना में दम भर दिया। यूक्रेन के आम लोग भी सेना में भर्ती होकर देश के लिए शहादत देने को तैयार हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अपने देश की रक्षा के लिए एक 98 वर्षीय महिला ने यूक्रेनी सेना से खुद को भर्ती होने को कहा और इस देश प्रेम को देखते हुए महिला ने लोगों का दिल जीत लिया। 98 वर्षीय यूक्रेनी महिला ओल्हा तेवरदोखलिबोवा ने द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लिया था। यूक्रेन के गृह मंत्रालय ने बताया, ओल्हा ने द्वितीय विश्व युद्ध में सक्रिय रूप से भाग लिया था।
मंत्रालय के मुताबिक, ओल्हा ने सेना में शामिल होने की पेशकश की थी। लेकिन अफसोस की बात है कि अधिक उम्र के कारण उन्हें मना कर दिया गया। मंत्रालय ने कहा, गुणों और अनुभवों के बावजूद, उम्र बाधा बन गई। यकीन है कि वह जल्द ही एक और जीत का जश्न मनाएंगी।
पोलैंड ने अब तक यूक्रेन के 20 लाख से अधिक शरणार्थियों को शरण दिया
पोलैंड ने अब तक यूक्रेन से आए 20 लाख से अधिक शरणार्थियों को शरण दिया है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से 33 लाख लोग देश छोड़कर चले गए गए हैं। पोलैंड के अलावा हंगरी, स्लोवाकिया, मोल्दोवा और रोमानिया में भी सैकड़ों लोग गए हैं।
कीव में चार बच्चों समेत 228 लोग मारे गए
द कीव इंडिपेंडेंट के मुताबिक, कीव में रूस के चौतरफा आक्रमण के बाद से चार बच्चों सहित 228 लोग मारे गए हैं। नगर परिषद के अनुसार, 16 बच्चों सहित 900 से अधिक नागरिक घायल हुए हैं। लगभग 40 घर, छह स्कूल और चार किंडरगार्टन (बच्चों के प्ले स्कूल) क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
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