इंदौर। यूनिवर्सिटी की परीक्षा (university exam) को लेकर 2 महीने से हो-हल्ला चल रहा था। 4 दिन पहले परीक्षा शुरू हुई और यूनिवर्सिटी की ओर से दावा किया गया कि परीक्षा में 95 फीसदी से ज्यादा छात्र शामिल हो रहे हैं, यानी ऑफलाइन परीक्षा (offline exam) का विरोध सिर्फ दिखावा था।
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (Devi Ahilya University) में 18 जनवरी से तकरीबन 70 हजार छात्रों की ऑफलाइन परीक्षाएं (offline exam) शुरू की गईं। कोरोना संक्रमण के चलते दिसंबर से ही छात्र संगठनों की ओर से परीक्षाओं का विरोध किया जा रहा था, जिसके कारण एक बार परीक्षा स्थगित भी की गई। फिर 1 महीने बाद टाइम टेबल जारी (time table released) हुआ और 18 जनवरी से सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू हुईं।
यूनिवर्सिटी की ओर से दावा किया गया कि परीक्षाएं व्यवस्थित चल रही हैं और इनमें 95 फीसदी से ज्यादा छात्र (student) शामिल हो रहे हैं। इससे यह बात तो साफ है कि संक्रमण के कारण छात्र परीक्षा देने में कोताही नहीं बरत रहे। वह परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। वहीं जो विरोध लंबे समय से चल रहा था वह सिर्फ यूनिवर्सिटी के कैंपस में ही नजर आ रहा था। हालांकि अधिकृत आंकड़े (official figures) पूरी परीक्षा होने के बाद ही मिल पाएंगे। इधर परीक्षा विभाग ने कॉपियों के मूल्यांकन प्रक्रिया का रोडमैप बना लिया है। परीक्षा विभाग की मानें तो पहले सीमित संख्या वाले छात्रों के रिजल्ट (result) जारी करेगा और 31 मार्च के पहले सभी छात्रों के परीक्षा परिणाम जारी कर दिए जाएंगे। दरअसल परीक्षा विभाग के सामने आगामी परीक्षा को लेकर भी दबाव है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved