इंदौर (Indore)। पश्चिमी क्षेत्र विद्युत वितरण (Western Region Power Distribution) इंदौर की कम्पनी (Indore based company) के लगभग 900 करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट मंजूर हुए हैं, जिसमें 96 ग्रीड तैयार होंगे और कैबलीकरण का कार्य भी किया जाएगा। इसके साथ ही 11 और 33 किलोवॉट की नई लाइनों को डालने, ट्रांसफार्मरों को बदलने सहित अन्य कार्य भी किए जाएंगे। हर महीने लगभग एक हजार करोड़ रुपए के राजस्व संग्रहण का लक्ष्य भी दिया गया है। गत वर्ष ही इंदौरी कम्पनी ने 11 हजार करोड़ रुपए तक का सालाना राजस्व हासिल किया था। अभी मंथन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें भोपाल से आए प्रमुख सचिव संजय दुबे भी मौजूद रहे और इस आयोजन में 15 जिलों के 90 इंजीनियरों ने भाग लिया।
सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति, उपभोक्ता संतुष्टि, राजस्व के लक्ष्य की समय पर पूर्णता, पारदर्शिता और एनर्जी आडिट विभाग की प्राथमिकता है। ऊर्जा विभाग के लाईनमैन से लेकर मुख्य अभियंता तक अपनी जिम्मेदारी समझे और सकारात्मक परिणाम लाएं। मप्र ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव श्री संजय दुबे ने यह आह्वान किया। वे सोमवार को इंदौर के पोलोग्राउंड पर आयोजित मंथन कार्यक्रम में भोपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुडक़र संबोधित कर रहे थे। प्रमुख सचिव श्री दुबे ने इंदौर शहर की टीम को वर्ष 22-23 में अच्छे कार्य के लिए बधाई दी और इस प्रतिस्पर्धी युग में उत्तरोत्तर कार्य सुधार की आवश्यकता जताई। 90 इंजीनियरों के महत्वपूर्ण आयोजन मंथन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ऊर्जा सचिव एवं बिजली कंपनी के पदेन चेयरमैन रघुराज एमआर. ने कहा कि आरडीएसएस के कार्य की माहवार प्रगति रिपोर्ट मिले, आरडीएसएस से तकनीकी लॉस भी व्यापक रूप से घटेगा। उन्होंने मालवा -निमाड़ में 90 से उपर बिलिंग एफिशिएंसी और कलेक्शन एफिशिएंसी 100 प्रतिशत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इसी माह से प्रारंभ वित्तीय वर्ष में औसत एक हजार करोड़ रूपए माह का राजस्व संग्रहण पश्चिम क्षेत्र कंपनी के अधीन अनिवार्यत: होना चाहिए। उन्होंने मानसून के पहले आबादी क्षेत्रों के एवं आगामी चार माह में रबी सीजन के सभी जरूरी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। मंथन के आयोजन में पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के एमडी श्री अमित तोमर ने आरडीएसएस, स्पेक माड्यूल, मैंटेनेंस कार्य, पीएम गति शक्ति के कार्यों का प्रजेंटेशन दिया। इस दौरान बताया गया कि सवा नौ सौ करोड़ से आरडीएसएस का कार्य कराया जा रहा है। कुल 96 ग्रिड तैयार होंगे, केबलीकरण, 11 व 33 केवी की नई लाइन, ट्रांसफार्मरों आदि के कार्य होंगे। आयोजन में ऊर्जा विभाग के अधिकारी श्री शैलेंद्र सक्सैना, प्रभाकर जोशी, वीके भारद्वाज, बिजली कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य, कार्यपालक निदेशक संजय मोहासे, गजरा मेहता, मुख्य अभियंता एसएल करवाडिय़ा, पुनीत दुबे, बीएल चौहान, एसआर बमनके, इंदौर शहर अधीक्षण यंत्री मनोज शर्मा, ग्रामीण अधीक्षण यंत्री डॉ. डीएन शर्मा आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।
1400 करोड़ मार्च में कम्पनी ने कमाए
अभी समाप्त हुए वित्त वर्ष में इंदौरी बिजली कम्पनी ने रिकॉर्ड 11 हजार करोड़ का राजस्व एकत्रित किया, जिसमें मार्च माह में 1400 करोड़ रुपए की राशि हासिल की गई। कम्पनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर के मुताबिक प्रदेश में सबसे अधिक राजस्व इंदौर की कम्पनी ने ही हासिल किया, जो कि उनके 5 हजार से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों के अथक परिश्रम का परिणाम है, जिसमें 4 लाख कृषि वर्ग और 27 लाख अन्य उपभोक्ताओं से बिजली बिल की बकाया राशि भी प्राप्त की गई।
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