टिकट का ज्यादा विवाद होने पर ही मामला भोपाल जाएगा
इन्दौर। नगर निगम चुनाव में दावेदारे के 90 प्रतिशत टिकट कांग्रेस की स्थानीय इकाइयां ही तय करेंगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने स्पष्ट किया है कि किसी वार्ड में ज्यादा विवाद होने पर ही टिकट का मामला लेकर भोपाल तक आएं, अन्यथा वार्ड में जो जीतने योग्य प्रत्याशी है, उसे गुटबाजी से परे रखते हुए टिकट आपसी सहमति से देने का प्रयास करें।
नगर निगम चुनाव तीन महीने के लिए आगे बढ़ गए हैं, मगर चुनाव लडऩे वाले दावेदार अपना टिकट पक्का करने के उद्देश्य से पार्टी के बड़े नेताओं के यहां परिक्रमा लगा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि इंदौर के भी कई नेता अपना टिकट पक्का करने के चक्कर में सीधे भोपाल पहुंचे और पूर्व मुख्यमंत्री तथा मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ के सामने अपना बायोडाटा रखते हुए टिकट की मांग की। इस पर कमलनाथ ने स्पष्ट किया कि नगर निगम के चुनाव में टिकट तय करने का काम शहर और जिला इकाइयां करेंगी। 90 प्रतिशत टिकट स्थानीय इकाइयों की अनुशंसा पर ही दिए जाएंगे। यदि किसी वार्ड में टिकट को लेकर ज्यादा उठापटक है या विवाद की स्थिति बन रही है तो वहां का फैसला भोपाल स्तर पर किया जाएगा, अन्यथा शहर और जिला कांग्रेस के साथ-साथ महापौर का जो प्रत्याशी होगा, उसकी अनुशंसा पर ही पार्षद का टिकट वितरित किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ के स्पष्ट आदेश के बाद कई दावेदार, जो कि पैराशूट के माध्यम से टिकट की इच्छा रख रहे थे वे निराश हो गए हैं और अब स्थानीय इकाइयों के नेताओं को ही टिकट के मामले में विश्वास में लेने का प्रयास कर रहे हैं।
चुनाव में छोटी-छोटी पंचायतों पर भी ध्यान देगी कांग्रेस
नगरीय निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस छोटी-छोटी पंचायतों पर भी ध्यान देगी। इसको लेकर अभी से ही शुरूआत हो चुकी है और पंचायतों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक बनाकर वहां संगठन की स्थिति और चुनाव के दावेदार प्रमुख चेहरों की रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। ये लोग सीधे प्रदेश कांग्रेस कमेटी को अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। बड़े शहरों और तहसीलों में भोपाल से मॉनीटरिंग की जा रही है, लेकिन नगर परिषद में भी कांग्रेस ने अपने पर्यवेक्षक बना दिए हैं। इंदौर के कुछ नेताओं को भी इसमें शामिल किया गया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी और उपाध्यक्ष चन्द्रप्रभाष शेखर ने कुछ क्षेत्रो के लिए पर्यवेक्षकों के नामों की घोषणा की है। इनमें राजेश चौकसे को बेटमा, अफसर पटेल को करनावद, अमन बजाज को देपालपुर, शेख अलीम को हातोद, अभय वर्मा को महू गांव शामिल हैं। इसके अलावा अभी और नियुक्ति की जाना है। वहीं प्रदेश की दूसरी नगर परिषदों में भी आसपास के शहरों के वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा जा रहा है। ये लोग वहां संभावित नामों को लेकर भी रिपोर्ट तैयार करेंगे और संगठन की ्िस्थति की भी समीक्षा करेंगे।
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