भोपाल। कोरोना संकट ने इस साल राजधानी में शादियों का ट्रेंड ही बदलकर रख दिया है। लोग संक्रमण से बचने और गाइडलाइन का पालन करने के लिए नए-नए प्रयोग कर रहे हैं, इसके चलते शादियों से जुड़ी सबसे अहम पंरपरा निमंत्रण का स्वरूप भी बदल गया है। जिसका सीधा असर शादी कार्डों की बिक्री और पिं्रटिंग से जुड़े कारोबार पर इस साल सीधा नजर आ रहा है। हाल यह है, कि शहर में निमंत्रण पत्रों की बिक्री और प्रिंटिंग पिछले साल के मुकाबले 90 फीसदी तक घट गई है। कारोबार से जुड़े लोग बता रहे हैं, कि पहले जहां शादियों के दौरा 5 सौ से लेकर 1 हजार तक कार्ड छपते थे, वहीं इस साल कोरोना की वजह से इनकी संया घटकर 50 से 100 रह गई है। इसी अनुपात में निमंत्रण पत्रों की बिक्री भी घट गई है। लोग बड़ी सीमित संख्या में कार्ड खरीद रहे हैं, और पिं्रट करवा रहे हैं। दरअसल संक्रमण से बचने और सीमित मेहमानों को बुलाने के लिए लोग शहर में डिजीटल कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसे वाट्सएप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के जरिये मेहमानों तक भेजा जा रहा है। गाइडलाइन के मुताबिक सिर्फ 100 मेहमानों को शादी में और 50 रिश्तेदारों और मेहमानों को शादी की रस्मों में रहने की इजाजत है, ऐसे में लोग बहुत खास मेहमानों को ही निमंत्रण पत्र भेज रहे हैं, बाकी लोगों को वर्चुअल मेहमान के तौर पर शादियों में शामिल होने की प्रार्थना की जा रही है। सीमित संख्या की वजह से जिनके यहां शादियां हैं, ऐसे कई लोगों को मेहमानों की लिस्ट बनाने में भी बहुत परेशान होना पड़ रहा है। जबकि इस स्थिति की वजह से निमंत्रण पत्रों के कारोबारीयों की परेशानी बढ़ गई है।
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