भोपाल। नगर निगम चुनाव को लेकर आज भोपाल के 65 वार्डों का आरक्षण अपेक्स बैंक परिसर स्थित समन्वय भवन में दोपहर 3 बजे होगा। माना जा रहा है कि विधानसभा के उपचुनाव के बाद इस साल के अंत तक यह चुनाव हो सकते हैं। वार्ड आरक्षण के लिए पिछली बार की तरह 2011 की जनगणना को आधार माना जाएगा। अजा व अजजा के वार्डों की संख्या नगरीय क्षेत्र में इनकी आबादी के अनुपात से तय होती है। इसके बाद इन वर्ग की अधिकतम आबादी के वार्डों को संबंधित वर्ग के लिए आरक्षित किया जाता है, इसलिए पिछले बार के ही दो वार्ड अजजा में और 12 वार्ड अजा वर्ग में आरक्षित होंगे। इसके बाद 85 में से 25 प्रतिशत यानी 21 वार्ड ओबीसी के लिए आरक्षित होंगे। इसमें नियम यह है कि ओबीसी के लिए आरक्षित वार्डों को छोड़कर पिछली बार ओपन रहे 21 वार्ड आरक्षित किए जाते हैं।
वहीं अजा व अजजा के वार्डों में आपस में महिला और ओपेन में बदलाव होगा। इसके बाद पूर्व में अनारक्षित रहे 50 वार्डों में से 21 वार्ड में ओबीसी के लिए लॉटरी निकलेगी। इनमें से 11 वार्ड महिलाओं के लिए रहेंगे। ऐसे में अनारक्षित महिला के लिए आरक्षित रहा कोई वार्ड ओबीसी महिला के लिए जा सकता है।
नगर निगम के अगले चुनाव के लिए होने वाले आरक्षण के बाद स्थिति यह होगी कि 1999 से लगातार शाहजहांनाबाद और ईदगाह हिल्स से पार्षद भाजपा के महेश मकावाना को नारियलखेड़ा या टीला जमालपुरा जाना पड़ेगा। उनके साथ ही 1999 से लगातार कांग्रेस के पार्षद मो. सगीर मध्य विधानसभा के वार्ड नंबर 43 से नरेला विधानसभा के वार्ड नंबर 41 से चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे हैं। मकवाना पिछली परिषद में एमआईसी सदस्य थे और सगीर लगातार दो बार से नेता प्रतिपक्ष थे। यदि परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो दोनों ही परिषद अध्यक्ष बनना चाहते हैं। इन दोनों के साथ 1999 से अलग-अलग वार्डों से पार्षद रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मित्र कृष्णमोहन सोनी ने इस बार पार्षद का चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा कर दी है।
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