पटना। बिहार के मधेपुरा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 84 वर्षीय ब्रह्मदेव मंडल ने दावा किया है कि उन्होंने 12 बार कोरोना का टीका लगवाया है। टीका लगवाने से उसके शरीर को बहुत आराम मिला। यहां तक कि पीठ और घुटने का पुराना दर्द भी सही हो गया। बुजुर्ग के इस दावे के बाद बिहार स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठ सकते हैं। कहा जा रहा है कि बुजुर्ग के दावे के बाद स्वास्थ्य विभाग इस संबंध में जानकारियां जुटाने में लगा हुआ है।
मुख्य सचिव ने दिए जांच के आदेश
12 बार कोरोना का टीका लगवाने के दावे के बाद मुख्य सचिव ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। जिला सिविल सर्जन अमरेंद्र नारायण शाही ने बताया कि यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि बुजुर्ग का दावा झूठा है या इसमें कोई सच्चाई भी है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार किसी भी व्यक्ति को दो से ज्यादा खुराक नहीं लगने चाहिए। अगर बुजुर्ग का दावा सही है तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई तय की जाएगी।
आधार व वोटर आईडी का किया इस्तेमाल
डाक विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी ब्रह्मदेव मंडल ने बताया कि अलग-अलग मौके पर पंजीकरण के लिए उसने आधार व वोटर आईडी कार्ड का इस्तेमाल किया। इस तरह उसने अब तक 12 बार कोरोना का टीका लगावाया है। उसने बताया कि पहला टीका 11 महीने पहले लगवाया था।
कब-कब लगवाया टीका, बुजुर्ग के पास पूरी लिस्ट
बुजुर्ग के पास एक लिस्ट मौजूद है। इसमें लिखा हुआ है कि किस-किस मौके पर उसने कोरोना का टीका लगवाया। ब्रह्मदेव के अनुसार उसने 12वां डोज मंगलवार को चौसा पीएचसी में लगवाया। इससे पहले 13 फरवरी 2021 को पुरैनी पीएचसी में पहली डोज ली थी। 13 मार्च को पुरैनी में ही दूसरी व 19 मई को औराय उप स्वास्थ्य केंद्र में तीसरी डोज लगवाई थी।
सिस्टम की पकड़ से दूर रहा बुजुर्ग
इस पूरे मामले में सबसे गंभीर बात यह है कि बुजुर्ग ने 12 बार कोरोना वैक्सीन की डोज ली और वह सिस्टम की पकड़ से दूर बना रहा। उसका वैक्सीन सर्टिफिकेट एक बार भी जनरेट नहीं हुआ। वहीं बुजुर्ग का कहना है कि उसने डोज लेते समय बार-बार अपने मोबाइल नंबरों को भी बदल दिया।
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