रांची (Ranchi) । बरियातू थाना क्षेत्र के एदलहातू निवासी 8 वर्षीय शौर्य की अपहरण (kidnapping) के बाद हत्या को उसके करीबी ने ही अंजाम दिया। संजीव पांडा उर्फ संजू नामक शख्स ने फिरौती (ransom) के लिए शौर्य का अपहरण किया और फिर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। आरोपी मूलत कोडरमा (Koderma) का है। अभी वह शौर्य के पिता राजू गोप के एदालहातू स्थित घर में बहन-बहनोई के साथ किराएदार था। वह सिम्बोशिस से एमबीए भी कर चुका है।
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि 3 मार्च को शौर्य के अपहरण के बाद सदर डीएसपी प्रभात रंजन बरवार के नेतृत्व में टीम बनाई गई। कुछ दिन बाद नगड़ी के लालगुटवा से बच्चे का शव मिला। इसके बाद कॉल डंप व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संजू को दबोचा गया। उसके पास से अपहरण में इस्तेमाल की गई कार व फर्जी नंबर प्लेट भी जब्त की गई है। पूछताछ में आरोपी ने जुर्म स्वीकार किया है।
आरोपी संजू पर बैंक और दोस्तों का कर्ज था
एसएसपी ने बताया कि आरोपी संजू पर काफी कर्ज था। संजू बेंगलुरु में नौकरी करता था। लेकिन कोरोनाकाल में उसकी नौकरी छूट गई। वहां से वह रांची आ गया और पुंदाग में रहने लगा। उसने शादी, हनीमून और गाड़ी खरीदने के लिए दोस्तों व बैंक से कर्ज लिया था। बाद में लोग पैसे मांगने लगे। इस कर्ज को चुकाने के लिए उसने शौर्य के अपहरण की साजिश रची और करीब 15-20 लाख रुपए फिरौती लेने की फिराक में था।
अपहरण के लिए 2 दिन तक की थी रेकी
अपहरण के लिए संजू ने दो दिन तक रेकी की। तीन मार्च देर शाम शौर्य चिप्स लेने दुकान गया था। लौटने के वक्त संजू ने उसे बुलाया। उसने शौर्य से चिप्स भी मांगकर खाया। इसी बीच उसे कार में बैठा ले जाने लगा। शौर्य ने शोर मचाया तो संजू ने उसपर वार कर अचेत कर दिया। वहां से संजू लालगुटुवा पहुंचा। यहां भी उसने शौर्य को फिर मारा और बोरी में बंद कर ईंट भरकर पानी मे डाल दिया और कोडरमा भाग गया।
इंटरनेट पर पुरानी कार देख बदल दिया नंबर
अपहरण कांड (kidnapping case) को अंजाम देने के लिए संजू को कार का नंबर प्लेट भी बदलना था, ताकि वह पुलिस को गुमराह कर सके। इसमें संजू सफल हुआ। उसने ओएलएक्स पर एक पुराने कार का नंबर प्लेट देखा और उसी नंबर प्लेट का अपहरण में इस्तेमाल किए गए कार में लगा दिया। नकली नंबर बिहार के पटना का था। जैसे ही नंबर की जानकारी पुलिस को मिली, पुलिस की 2 टीम पटना में छापेमारी करने चली गई थी। पटना पहुंचने के बाद संजू की इस चालाकी की सूचना पुलिस को हासिल हुई।
अपहरण की साजिश को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए सबसे पहले संजू ने अपनी बाइक को गिरवी रखकर कार भाड़े पर लिया। 17 सौ रुपये उसे हर दिन कार का किराया देना था।
एसएसपी ने बताया कि शौर्य हत्याकांड को स्पीडी ट्रायल में ले जाया जाएगा, ताकि आरोपी को जल्द और कड़ी सजा मिल सके। संजीव द्वारा कई ऐसे साक्ष्य छोड़े हैं, जो उसे सजा दिलाने के लिए काफी है।
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