इन्दौर। सीएम राइज योजना के तहत जो प्राइमरी और मिडिल स्कूल निर्मित किए जा रहे हैं उनके लिए स्कूली शिक्षा विभाग ने अलग-अलग आठ थीम तय की हंै। हर क्लास के बच्चों के हिसाब से इन स्कूलों को डिजाइन किया जाएगा। कक्षा पहली के लिए समुद्री थीम तय की गई है, जिसका उद्देश्य यह है कि समुद्र में जीवन कैसा और किस तरह रहता है और साथ ही बच्चों को यह जानकारी भी दी जाएगी कि पृथ्वी पर 70 फीसदी हिस्से में पानी मौजूद है। इसी तरह कक्षा दूसरी के लिए चिडिय़ाघर की थीम रखी गई है, ताकि बच्चे अपने साथ-साथ पशु-पक्षियों से भी प्रेम करना और उनसे जुडऩा सीख सकें। इस क्लास की कक्षाएं जू थीम पर ही तैयार की जाएंगी। इसी तरह कक्षा तीसरी के लिए मातृभूमि थीम तय की गई है।
इसके साथ ही बच्चों को पर्यावरण, बिजली से लेकर घर में इस्तेमाल होने वाली जरूरत की चीजों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसी तरह कक्षा चार के लिए रिस्पॉन्सबिलिटी, यानी जिम्मेदारी थीम तय की गई है, ताकि इस कक्षा तक आते-आते बच्चे थोड़े सीखने लायक हो जाते हैं तो उनकी क्षमता का इस्तेमाल बेहतर तरीके से किया जा सके। लिहाजा इन कक्षाओं की थीम इस तरह से तैयार की जाएगी। कक्षा पांच के लिए अन्य गतिविधियों पर आधारित थीम रखी गई है। यानी बच्चों का रुझान खेल गतिविधि, पेंटिंग गायन या ऐसी अन्य गतिविधि में रहता है तो उसे इसका भी अलग से प्रशिक्षण दिया जाएगा। कक्षा छठी के लिए रिश्तों और भावनाओं को महत्व दिया गया है।
छोटे बच्चे अपने माता-पिता से तो जुड़े ही रहते हैं, वहीं उन्हें अन्य रिश्तों के महत्व के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। कक्षा सात की थीम पहचान रखी गई है, क्योंकि बच्चे इस उम्र तक आते-आते अपनी खुद की भी पहचान बनाना शुरू कर देते हैं। उनकी रुचि किस क्षेत्र में है, किन मूल्यों को वे पसंद करते हैं, लिहाजा उन्हें सिखाया-समझाया जाएगा कि उनके भविष्य के लिए क्या अच्छा है और उन्हें किस राह पर चलना है। कक्षा आठ के लिए उड़ान थीम रखी गई है, ताकि बच्चे अपने भविष्य और कॅरियर के बारे में यहां से सोचना शुरू करें और जो उन्होंने सपना देखा है उसकी उड़ान भर सकें।
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