नई दिल्ली। कर्नाटक के दक्षिण कन्नड जिले में 700 ईसा पूर्व की टेराकोटा शिल्प की आठ मूर्तियां मिली हैं। मुडु कोनाजे में मेगालिथिक डोलमेन साइट में हाल ही में किए गए पुरातात्विक अन्वेषणों में ये मूर्तियां मिली हैं। पुरातत्व विभाग के सेवानिवृत्त एसोसिएट प्रोफेसर टी मुरुगेशी ने कहा कि मूर्तियां 800-700 ईसा पूर्व की हो सकती हैं। इन मूर्तियों में से दो गाय गोवंश, एक देवी मां, दो मोर, घोड़ा, एक देवी मां का हाथ और एक अज्ञात वस्तु है।
मुरुगेशी ने कहा कि मुडु कोनाजे में मेगालिथिक साइट की खोज इतिहासकार और शोधकर्ता पुंडिकाई गणपय्या भट ने 1980 के दशक में की थी। यह स्थल मूडबिदरी से लगभग 8 किमी दूर मूडबिदरी-शर्टहैडी रोड पर स्थित है।
मेगालिथिक संस्कृति को भारत में इसके विभिन्न प्रकार के लोहे के उपयोग से जाना जाता है। डोलमेन उनमें से एक है। एक डोलमेन के नीचे, ऑर्थोस्टैट्स के रूप में जाने जाने वाले विशाल पत्थर के स्लैब को घड़ी के क्रम में खड़ा किया गया था। जिसने एक चौकोर कमरा बनाया।
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