सागर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर (Sagar) जिले में सरकारी स्कूलों में पदस्थ कई शिक्षकों के ऊपर लापरवाही में चलते प्रशासन की गाज गिरी है. स्कूल में पदस्थ सरकार शिक्षकों के स्थान पर अन्य किराए के शिक्षकों द्वारा पढ़ाए जाने का मामला सामने आया था. इसके बाद कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना अधिकारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी और संकुल प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इसके अलावा कलेक्टर ने कुल 8 शिक्षकों को निलंबित कर दिया है, जिसमें 3 जन शिक्षक और 5 शिक्षक शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक, कलेक्टर के निर्देश पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी और विकासखंड स्त्रोत समन्वयक ने माध्यमिक शाला भेलैंया और प्राथमिक शाला मझेरा का एक दिन पहले औचक निरिक्षण किया था. नीरिक्षण में रूप सिंह चढ़ार, इंद्र विक्रम सिंह परमार, अनिल मिश्रा, जानकी तिवारी, और अवतार सिंह ठाकुर दोषी पाए गए थे. इन सभी को तत्काल निलंबित कर दिया गया था. इसके अलावा कलेक्टर संदीज जी आर ने ऐसे कलेक्टरों पर रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश भी दिए हैं.
जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद जैन का कहना है कि इन निलंबित शिक्षकों के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा रही है. इसके अलावा तीन जन शिक्षक जिसमें खुरई के प्रभारी भोलाराम अहिरवार, जैसीनगर विकासखंड के जनपद शिक्षा केंद्र के जनशिक्षक हरिशंकर लोधी और मालथौन जनपद शिक्षण केंद्र के जगभान अहिरवार को दायित्व में लापरवाही बरतने और मॉनिटरिंग निरीक्षण नहीं किए जाने को लेकर निलंबित किया गया है.
इसके अलावा कलेक्टर के निर्देश पर शिक्षा विभाग की ओर से विकासखंड शिक्षा अधिकारियों और संकुल प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. कलेक्टर का कहना है कि जिन शिक्षकों को निलंबित किया गया है वे खुद बच्चों को नहीं पढ़ाते थे, बल्कि खुद की जगह किराए के टीचर्स को रख रखा था. कलेक्टर के पास इसको लेकर शिकायत पहुंची थी. जांत में आरोप सही पाए गए.
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