दो दिवसीय मेगा हेल्थ कैम्प में जांच के दौरान
इन्दौर। मेगा हेल्थ कैम्प (Mega Health Camp) में जांच के दौरान गरीब परिवारों के 28 बच्चे दिल में छेद की बीमारी से पीडि़त मिले। 2 दिवसीय मेगा हेल्थ कैम्प में 15000 से ज्यादा मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जरूरतमंद मरीजों की हाथोहाथ न सिर्फ हेल्थ आईडी बनाए गए, बल्कि मौके पर ऑन द स्पॉट आयुष्मान कार्ड और दिव्यांग प्रमाण पत्र भी बनाए गए।
इंदौर सम्भाग आयुक्त ने बताया कि जो 28 बच्चे दिल में छेद की बीमारी से पीडि़त मिले हैं, उनका सुपर स्पेशलिटी और एमवाय हॉस्पिटल में इलाज कराया जाएगा। आलीराजपुर, बड़वानी, धार, झाबुआ, खरगोन (Alirajpur, Barwani, Dhar, Jhabua, Khargone) के बाद शहर से लगभग 140 किलोमीटर दूर खंडवा जिले के खालवा गांव में 2 दिवसीय छठवां मेगा हेल्थ कैम्प लगाया गया। इस मेगा कैम्प में इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज और खंडवा के मेडिकल कॉलेज सहित शहर के निजी डॉक्टर्स ने 2 दिन में 15254 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण और इलाज किया। मेगा मेडिकल हेल्थ कैम्प में सरकारी स्वास्थ्य योजनाओ के माध्यम से 197 मरीजों के हेल्थ आईडी और जरूरतमंद 93 लोगों के आयुष्मान कार्ड सहित 50 मरीजों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी बनाए गए। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत हेल्थ कैम्प में हृदय रोग से पीडि़त 87 बच्चों की ईको जांच भी की गई, जिससे पता चला कि 28 बच्चों के दिल में छेद है। इन्हें इलाज के लिए तुरंत इंदौर रैफर किया गया।
65 हजार लोगों को मिला हेल्थ कैम्प का लाभ
शासन के निर्देशानुसार मेगा हेल्थ कैम्प उन सभी जगह लगाना है, जहां के गम्भीर मरीज इंदौर आकर इलाज कराने में सक्षम नहीं है। इस योजना के अनुसार अभी तक धार, बड़वानी, आलीराजपुर, खरगोन, झाबुआ और खंडवा जिले के पिछड़े इलाकों में 6 मेगा हेल्थ कैम्प लगाए जा चुके हैं। इन हेल्थ कैम्प में इंदौर के सरकारी और निजी डॉक्टर व वहां के जिला अस्पताल के स्थानीय डॉक्टर्स लगभग 65 हजार मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण और इलाज कर चुके हैं। जिन मरीजों में गम्भीर बीमारियां मिलीं, उनका इलाज इन्दौर में कराया जा रहा है। अब अगला मेगा हेल्थ कैम्प बुरहानपुर और इंदौर में लगना है।
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