उज्जैन। पिछले 1 साल से शासन ने मनुष्य तो ठीक है पशुओं के इलाज की भी चिंता करना शुरू कर दी है। पशुओं के लिए डॉक्टर ऑन कॉल भेजे जा रहे हैं। पूरे जिले में 8 एंबुलेंस दी गई है, यह प्रतिदिन पशुओं का इलाज कर रही है।
आप यदि पशु पालते हैं और पशु बीमार होते हैं, उन्हें इलाज के लिए ले जाने में बड़ी दिक्कत होती है। इस दिक्कत को खत्म करने के लिए वर्ष 2023 में शासन ने पशुओं के लिए डॉक्टर ऑन कॉल योजना चलाई जिसमें 1962 टोल फ्री नंबर पर कोई भी व्यक्ति फोन करके डॉक्टर और पशु एम्बुलेंस को बुला सकता है। डॉक्टर मौके पर ही पशु का इलाज करेगा और इसके बदले में सिर्फ आपको 150 रुपए फीस चुकानी पड़ेगी। यह योजना उज्जैन में अच्छे ढंग से चल रही है। पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया प्रतिदिन इस टोल फ्री नंबर पर 30 से 35 कॉल पूरे जिले में आते हैं और हर कॉल को पशु चिकित्सकों द्वारा दिनभर में पूरा करने का प्रयास किया जाता है और जो बच जाते हैं उन्हें दूसरे दिन पूरा किया जाता है। जो फीस पशु पालक द्वारा दी जाती है उस फीस की रसीद भी विभाग द्वारा दी जाती है। उल्लेखनीय है कि अब तक ऐसा होता था छोटे पशु तो ठीक है, उन्हें तो किसी भी गाड़ी में बैठाकर लाया जा सकता है लेकिन बड़े पशु जैसे भैंस, गाय, ऊंट, बैल आदि को लाने में पशुपालकों को बहुत दिक्कत होती थी, इसी को देखते हुए शासन ने यह अभिनव पहल की है। इसको 1 साल होने को आया है। इस योजना में हजारों पशुओं का इलाज घर बैठे पशु चिकित्सक अब तक कर चुके हैं। इससे पशु पालकों को काफी राहत मिल रही है।
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