- हाईकमान के अधिकृत अनुमति के बिना खुद करवाया ऐलान
भोपाल। प्रदेश में एक ओर सत्तारूढ़ भाजपा अगले विधानसभा चुनाव में 70 पार के विधायकों को चुनाव नहीं लड़ाने की रणनीति बना रही है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने 78 साल के कमलनाथ को सीएम कैंडिडेट घोषित कर दिया है। कमलनाथ फिलहाल 77 साल के हैं, अगले विधानसभा चुनाव तक 78 साल के हो जाएंगे। कमलनाथ के नेतृत्व के अगला चुनाव लडऩे का ऐलान हाईकमान ने अधिकृत तौर पर नहीं किया है, बल्कि पीसीसी ने किया है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सोमवार शाम को अपने निवास पर अपनी कैबिनेट के पूर्व मंत्रियों की निवास पर बैठक बुलाई। जिसमें पूर्व मुख्मयंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे। बैठक का संचालन अरुण यादव ने किया।
जिसमें अगले चुनाव और शिवराज सरकार को घेरनी की रणनीति पर चर्चा हुई। इसी बैठक में पूर्ण रणनीति के तहत कमलनाथ ने यह ऐलान करवा दिया कि अगला चुनाव उनके नेतृत्व में ही होगा। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने अधिकृत तौर पर कहा कि अगला चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में होगा और वे फिर मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि दिग्विजय सिंह खेमा ने इसका विरोध करने की कोशिश की, लेकिन कमलनाथ ने पहले से इस तरह से सियासी गोटियां फिट कर रखीं थीं कि सभी नेता कमलनाथ का नेतृत्व स्वीकारने के लिए राजी हो गए। पीसीसी की ओर से कमलनाथ को सीएम कैडिंडेट घोषित करने के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर गर्माया हुआ है। क्योंकि मप्र के संदर्भ में ऐसा कभी नहीं हुआ है कि पार्टी हाईकमान की सहमति के बिना चुनाव से पहले सीएम कैंडिडेट घोषित किया गया हो। फिलहाल पीसीसी के इस फैसले से भाजपा खेमे में हलचल तेज है।