नई दिल्ली: आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि ओवैसी में कभी- कभी बाबर की रूह घूमती है और जिन्ना की आत्मा आ जाती है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि ओवैसी साहब की परेशानी क्या है? वह अच्छे विद्वान वकील हैं. वह देश को तोड़ने वाली बातें करते हैं. ओवैसी हिंदुस्तान के मुसलमान को बाबर और तैमूर लंग से जोड़ते हैं. ये जोड़ना ठीक नहीं है. उनको अशफाकउल्ला खान और वीर अब्दुल हमीद से जोड़ना चाहिए. हिंदुस्तान के मुसलमान को बाबर से जोड़ करके नफरत पैदा करने का काम ओवैसी कर रहे हैं.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि बाबर कंधार से जमीन लेकर नहीं आया था. भारत की जमीन में तालिबान और अफगानिस्तान का अधिकार नहीं हो सकता है. कुंभ की भूमि का सवाल है तो गंगा और सरयू की जमीन किसकी है? क्या बाबर यहां अफगानिस्तान से जमीन लाया था. ये भारत की भूमि है. भारत की भूमि में कुंभ नहीं लगेगा तो कहां लगेगा. कुंभ में वक्फ की जमीन को लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कुंभ एक पवित्र आयोजन है और एकता का आयोजन है. सनातन की संस्कृति की यूनिटी है. इस पर सवाल उठाना अपने आप सिद्ध करता है कि यह लोग देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं. जहां तक वहां की भूमि का सवाल है तो गंगा और सरयू की जमीन किसकी है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि संभल एक पौराणिक जगह है. 24 कोश की परिधि में कल्कि अवतार को जन्म लेना है. श्रीमद्भागवत में भी कल्कि का जिक्र है. फिर झगड़ा कहां है? यहां भगवान अवतार लेंगे. उससे पहले कल्कि धाम की स्थापना हुई. अब संभल शहर में जो मंदिरों की उत्पत्ति जमीन के नीचे से हो रही है, उसमें राजनीति करने का कोई औचित्य नहीं है. भारत में जितनी भूमि है वह भारत की है. यहां किसी की कोई जमीन नहीं है. कोई दावा करेगा तो सरकारों को यह फैसला लेना है. ये सब भारत की जमीन है यहां पर भारत का अधिकार है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने अपना विवेक खो दिया है. जब से समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और राहुल गांधी के संपर्क में आए उनका विवेक खत्म हो गया है. आचार्य कृष्णम ने कहा कि मंदिर था तो तभी तो निकल रहा है, बावड़ी थी तभी तो निकल रही है. समाजवादी पार्टी के नेता सनातन से भयभीत हैं. सनातन की शक्ति से भयभीत हैं, उनको सनातन की सत्ता से डर है. अब भारत जाग गया है. सनातन है तो भारत है.
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