कोलंबो। क्रूड ऑयल की कीमतों (Crude Oil Prices) में भारी उतार-चढ़ाव के बावजूद भारत में पिछले साल दिवाली के बाद से पेट्रोल-डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Price in India) में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहीं, श्रीलंका में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बंपर उछाल आया है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) की सहयोगी कंपनी के बाद अब एक और तेल कंपनी ने श्रीलंका में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ा दी हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आए इस भारी उछाल से वहां तेजी से महंगाई बढ़ने की आशंका है।
श्रीलंकाई रुपये में गिरावट प्रमुख वजह
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) की श्रीलंका में सहयोगी कंपनी लंका आईओसी (Lanka IOC) ने शुक्रवार को एक महीने में तीसरी बार पेट्रोल-डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Price in Sri Lanka) में बढ़ोतरी की। कंपनी का कहना है कि श्रीलंकाई रुपये की कीमत में भारी गिरावट के कारण उसने यह फैसला किया है। इसके बाद आज शनिवार को श्रीलंका की सरकारी तेल और गैस कंपनी सीलोन पेट्रोलियम (Ceylon Petroleum) ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों को बढ़ा दिया है।
पेट्रोल में 77 और डीजल में 55 रुपये बढ़ाए
श्रीलंका की सरकारी तेल और गैस कंपनी सीलोन पेट्रोलियम ने पेट्रोल की कीमत में 77 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 55 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। इससे पहले भारत की प्रमुख तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की सहायक कंपनी लंका आईओसी ने ईंधन की कीमतें बढ़ायी थीं। सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (CPC) द्वारा कीमतों में बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल की कीमत 43.5 फीसद बढ़कर रिकॉर्ड 254 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जबकि डीजल 45.5 फीसद बढ़कर 176 रुपये प्रति लीटर के भाव पर पहुंच गया है।
लंका आईओसी ने इतने बढ़ाए थे दाम
इससे पहले लंका इंडियन ऑयल कंपनी (LIOC) ने पेट्रोल की कीमत में 50 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 75 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। एलआईओसी ने शुक्रवार को बताया था कि डीजल की खुदरा कीमत (Diesel Price Today) 75 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत (Petrol Price Today) 50 रुपये प्रति लीटर बढ़ाई गई है। अब देश में पेट्रोल के दाम 254 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 214 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। एलआईओसी के प्रबंध निदेशक मनोज गुप्ता ने कहा, ‘सात दिन में यूएस डॉलर के मुकाबले श्रीलंकाई रुपये में 57 रुपये की गिरावट आई है। तेल और गैसोलिन उत्पादों की कीमतों पर इसका सीधा असर पड़ा है। यूक्रेन पर रूस के हमले (Russia-Ukraine war) के बाद पश्चिमी देश रूस पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, इसके कारण भी तेल और गैस की कीमतें बढ़ रही हैं।’
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