इंदौर, संतोष मिश्र। स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर जहां एक ओर राष्ट्रभक्ति (Patriotism) कार्यक्रमों से ओतप्रोत माहौल में झंडा (Flag) फहराया जाएगा, वहीं दूसरी ओर इंदौर में वर्षों से रह रहे सिंधी पाकिस्तानियों (Sindhi Pakistanis) को नागरिकता भी दी जाएगी। जिला प्रशासन (District Administration) द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में रह रहे 75 सिंधी पाकिस्तानियों (Sindhi Pakistanis) की लिस्ट तैयार कर ली गई है। इन लोगों ने पूर्व में जिला प्रशासन के यहां नागरिकता के लिए आवेदन लगाए थे।
प्रशासन ने आवेदन के आधार पर इनकी तहकीकात करने के लिए स्थानीय पुलिस से जांच करवाई की। जांच के दौरान पुलिस (Police) की टीम ने इनके घर जाकर इंदौर में जब से निवासरत हैं, तब से लेकर अभी तक की कामकाज सहित अन्य कार्यों की बारीकी से छानबीन की। जांच में 55 से अधिक सिंधी पाकिस्तानियों (Sindhi Pakistanis) के रिकॉर्ड अच्छे पाए गए हैं। पुलिस रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) द्वारा कुल 75 सिंधी पाकिस्तानियों को स्वतंत्रता दिवस पर नागरिकता देने की तैयारी की गई है।
कोई 30 तो कोई 35 और कोई 40 वर्ष से निवासरत है शहर में…
इंदौर (Indore) में सिंधी पाकिस्तानी बरसों पहले आ गए और यहीं के होकर रह गए। यहां के लोगों का व्यवहार मिल-जुलकर रहने का है और इसी वजह से जो यहां आए जाने का नाम नहीं लिया। सैकड़ों की संख्या में सिंधी पाकिस्तानी (Sindhi Pakistani) तो यहीं अपना व्यापार जमाकर बैठ गए हैं। सियागंज, खातीवाला टैंक, सिंधी कॉलोनी, रिवर साइड रोड, जवाहर मार्ग, रानीपुरा और नॉवेल्टी मार्केट सहित अन्य बाजारों में बड़ी संख्या में सिंधी पाकिस्तानियों (Sindhi Pakistanis) का व्यापार-व्यवसाय वर्षों से चल रहा है। शहर की सिंधी कॉलोनी, बैराठी कॉलोनी, द्वारकापुरी, जयरामपुर कॉलोनी, त्रिवेणी नगर, खातीवाला टैंक, खंडवा रोड स्थित शिवधाम कॉलोनी, पलसीकर सहित अन्य कॉलोनियों में सैकड़ों की संख्या में सिंधी पाकिस्तानी (Sindhi Pakistani) सालों से रह रहे हैं। इनमें से कुछ 30, कोई 35 तो कोई 40 वर्षों से रह रहा है। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो 10-12 वर्ष पहले ही इंदौर में आए हैं।
प्रशासन ने दी थी 50 को नागरिकता
दूसरी लहर के पहले जिला प्रशासन (District Administration) ने लगभग 50 सिंधी पाकिस्तानियों (Sindhi Pakistanis) को नागरिकता दी है। इसके बाद दूसरी लहर आने पर प्रशासन की टीम महामारी को काबू करने में ही दिन-रात लगी रही, जिसके कारण उनके दस्तावेजों की जांच-पड़ताल का मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। नागरिकता लेने के लिए आईडी प्रूूफ, 3 फोटो और शपथ पत्र के साथ ही गृह मंत्रालय की एनओसी व पहचान वाले किसी व्यक्ति का शपथ पत्र और आईडी के अलावा एसपी की रिपोर्ट सबसे अहम है।
जिला प्रशासन के रिकॉर्ड में एक हजार आवेदन प्रोसेस में
जिला प्रशासन (District Administration) के यहां इंदौर (Indore) में रह रहे 1 हजार से अधिक सिंधी पाकिस्तानियों (Sindhi Pakistanis) ने नागरिकता लेने के लिए आवेदन दिया है। इनमें से ज्यादातर लोगों ने पूरे दस्तावेज प्रशासन को उपलब्ध नहीं कराए हैं, इसलिए उनके आवेदन प्रोसेस में रखे गए हैं। इनके रिकार्डों की जांच-पड़ताल पूरी होने के बाद ही कलेक्टर की हरी झंडी के बाद नागरिकता दी जाएगी।
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