विधानसभा 5 में सर्वाधिक 140 तो देपालपुर में सिर्फ 25 ही पिंक मतदान केन्द्र बनेंगे
इंदौर। महिला सशक्तिकरण (women empowerment) को प्रोत्साहित करने के लिए जिले में 708 पिंक केन्द्र बनाए जा रहे हैं, जिनका पूरा संचालन महिलाओं के हाथों में ही रहेगा। पीठासीन अधिकारी से लेकर सभी मतदानकर्मी और सुरक्षाकर्मी भी महिलाएं ही रहेंगी। सर्वाधिक 140 पिंक केन्द्र विधानसभा 5 में, तो सबसे कम देपालपुर (Depalpur) में 25 बनाए जा रहे हैं। केन्द्रों पर आवश्यक सुविधाएं जुटाने के लिए निगमायुक्त लगातार निरीक्षण कर रही हैं।
वहीं पहली बार 5 केन्द्र जीरो वेस्ट बनाए जा रहे हैं, जिनमें थ्री आर सिद्धांत का प्रयोग किया जाएगा। यानी री यूज, री ड्यूज और रीसाइकल व्यवस्था इन केन्द्रों पर रहेगी। आयुक्त श्रीमती हर्षिका सिंह (Commissioner Mrs. Harshika Singh) ने बताया कि पहली बार थ्री आर के तहत मतदान केन्द्र तैयार किए जा रहे हैं। ऐसे 5 आदर्श केन्द्रों को जीरो वेस्ट केन्द्र बनाया जाएगा और वेस्ट सामग्री से ही आकर्षक साज-सज्जा की जाएगी, जिसमें सीटिंग बच्चों के लिए प्ले ग्राउंड, वूडन रैली, सेल्फी पाइंट रहेंगे। दूसरी तरफ जिले में 708 पिंक मतदान केन्द्र बनाए जा रहे हैं। पिंक मतदान केन्द्रों पर महिलाओं को ही मतदानकर्मी व सुरक्षाकर्मियों के रूप में तैनात किया जाएगा। निर्वाचन आयोग के आदेश पर इस बार भी पिंक बूथ बनाए जा रहे हैं। ये पिंक मतदान केन्द्र अन्य मतदान केन्द्रों से अलग नजर आयेंगे। बताया गया कि इंदौर जिले में विधानसभा क्षेत्र देपालपुर में 25, इंदौर-1 में 100, इंदौर-2 में 110, इंदौर-2 में 70, इंदौर-4 में 89, इंदौर-5 में 140, डॉ. अंबेडकर नगर महू में 39, राऊ में 90 तथा सांवेर में 45 पिंक मतदान केन्द्र बनाने की तैयारी की जा रही है। मतदान कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। इन मतदान केन्द्रों की बीएलओ ही महिलाएं ही हैं। दूसरी तरफ निगमायुक्त द्वारा शहर के जितने भी मतदान केन्द्र हैं वहां पर आवश्यक व्यवस्थाएं जुटाने के लिए लगातार दौरे और बैठकें ली जा रही है। कल आयुक्त ने बाणगंगा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, उज्जैन नाका गल्र्स स्कुल, महाराणा प्रताप शासकीय स्कुल, झोन क्रमांक 04 स्थित कुम्हारखाडी, जयहिन्द नगर स्थित आंगनवाडी केन्द्र सहित शहर के विभिन्न शासकीय स्कुल व परिसर में स्थित मतदान केन्द्रो का निरीक्षण किया गया।
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