अब भी सूची में मिल रहीं कई खामियां, बीएलओ से निर्वाचन आयुक्त ने ली थी जानकारी
इंदौर। मतदाता सूची पुनरीक्षण (voter list revision) और प्रकाशन के बाद भी कई तरह की खामियां सामने आ रही हैं। जिला निर्वाचन कार्यालय के कर्मचारी सहित बीएलओ भी मतदाता सूची (voter list ) की खामियां दूर करने में लगे हुए हैं। 7 हजार से अधिक डुप्लीकेट व मृत मतदाताओं की संख्या सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने एक बार फिर सूची का शुद्धिकरण किया है। इनकी सूची एसडीआर के तहत तैयार की जा रही है।
चुनाव कार्यालय ने 4 अक्टूबर को अंतिम मतदाता सूची जारी की थी, जिसमें 13.96 लाख पुरुष, 13.65 लाख महिला और 111 तीसरे लिंग सहित कुल 27.62 लाख मतदाता हैं। अब सूची में कई तरह की खामियां सामने आ रही हंै। सूची से 7 हजार डुप्लीकेट मतदाता हटाए गए हैं। इनमें कई मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है, जिनके नाम की सूची भी आयोग को भेजी जा रही है। एडीएम और उपजिला निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र रघुवंशी के अनुसार पूरक मतदाता सूची तैयार करने का काम शुरू हो गया है, जबकि बूथ स्तर के अधिकारियों के घर-घर जाने के साथ-साथ मतदाता सूची की जांच और आवेदनों के आधार पर चुनाव कार्यालय ने अब तक कम से कम 7000 मतदाताओं की पहचान की है। इनमें से सभी को सूचीबद्ध कर अलग रखा जा रहा है।
एसडीआर सूची तैयार
इन नामों को शिफ्टेड-डेड-रिपीटेड के रिकॉर्ड में जोड़ा जा रहा है, ताकि इसे चुनाव आयोग को भेजा जा सके, ताकि ईआरओ नेट 2.0 नामक सॉफ्टवेयर का उपयोग करके इसे हटाया जा सके। पूरक मतदाता सूची तैयार करने का कार्य 20 अक्टूबर तक किया जाएगा, जबकि 30 अक्टूबर तक इसे जारी किया जाएगा। ज्ञात हो कि ईआरओ नेट 1.0 में मतदाताओ की एक समान प्रविष्टियों और एक जैसे फोटो की समान प्रविष्टियों की पहचान करने की सुविधा थी तो पिछले 2018 के चुनाव में डुप्लीकेशन पकडऩे में अधिकरियों को आसानी हुई थी, लेकिन अपडेट वर्जन ईआरओ नेट 2.0 में यह सुविधा नही है। इसके चलते डुप्लीकेट या दोहराए गए नामों को हटाने के लिए मतदाता सूची की मैन्यूअल जांच की जा रही है।
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