इन्दौर (Indoe)। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एरिया बेस्ड डेवलपमेंट (एबीडी) के लिए चुने गए क्षेत्र में पानी और सीवरेज लाइनों का नेटवर्क बिछाने के लिए अभी 70 से 80 करोड़ रुपए की और जरूरत है। सीमित धनराशि ही उपलब्ध होने के कारण इंदौर स्मार्ट सिटी कंपनी इस दिशा में कदम आगे नहीं बढ़ा रही है। इसके अलावा कुछ और भी काम पूरे नहीं हो पाए हैं, जिनके भुगतान के लिए भी कंपनी को धन संचय करके रखने की चुनौती है।
742 एकड़ क्षेत्र में अब तक आधा हिस्सा ही नेटवर्क बन पाया
सूत्रों ने बताया कि 742 एकड़ के एबीडी एरिया में अब तक लगभग 50 प्रतिशत क्षेत्र में सीवरेज, पानी और स्टॉर्म वाटर लाइन आदि का नेटवर्क खड़ा हो पाया है। बचे 50 प्रतिशत कार्य को पूरा करने के लिए 70 करोड़ रुपए से ज्यादा राशि का जरूरत है। इसके अलावा इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) और राजवाड़ा पुनर्विकास व जीर्णोद्धार का हिसाब पूरा करने के लिए कंपनी को राशि की जरूरत पड़ेगी। यही वजह है कि वर्तमान में नए कार्य हाथ में लेने से कंपनी परहेज कर रही है। केवल जरूरी कार्य ही किए जा रहे हैं या पहले से जारी काम पूरे कराए जा रहे हैं।
आगामी बोर्ड बैठक में होगी चर्चा
अफसरों के अनुसार जुलाई में होने वाली स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक में राशि की व्यवस्था को लेकर विस्तार से चर्चा होगी। एमओजी लाइंस के दो प्लॉट बेचने का फैसला हो चुका है, जिसके ऐवज में स्मार्ट सिटी कंपनी को करीब 55 करोड़ रुपए मिलना है। यह राशि भी जुलाई-अगस्त तक मिलने की उम्मीद है।
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