भीलवाड़ा। भीलवाड़ा जिले के आसींद थाना क्षेत्र के लाछुड़ा गांव में बुधवार को क्वार्टज की अवैध खदान ढह जाने से सात जने उसके मलबे में दब गये। सातों में से पांच के शवों को रात तक रेस्क्यू करके निकाला जा चुका है। जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक व मांडल विधायक वहीं पर डेरा डाले है। एसडीआरएफ के बचाव दल रेस्क्यू कर रहे है।
जिला कलेक्टर शिवप्रकाश एम नकाते ने बताया कि लाछुड़ा के एक खेत पर चल रहे अवैध खनन कार्य के दौरान यह हादसा हुआ है। लोगों से सात जनों के मलबे में ही दबे होने की सूचना मिली। बचाव कार्य के दौरान अब तक पांच शव निकाले जा चुके है। दो अन्य की तलाश की जा रही है। उसके बाद भी मलबे में अन्य किसी के दबे होने की संभावना को भी तलाशा जायेगा। खनन संचालक के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज कर कार्रवाई करेगी। खनिज विभाग भी अपनी कार्रवाई करेगा।
मृतकों के शवों को करेड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है। सभी मृतक इसी खान पर काम करते बताये गये है। इनके परिजनों को आर्थिक सहायता देने के संबंध में भी कार्रवाई की जोयगी। क्षेत्र में अवैध खनन की रोकथाम के लिए स्थानीय पुलिस व प्रशासन को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये जा रहे है। जानकारी के मुताबिक मलबे में दबे लोगों की पहचान करेड़ा के रहने वाले गणेश पुत्र नारू भील (21), केमरी के रहने वाले कन्हैया पुत्र रामा भील (23), केमरी के प्रहलाद पुत्र कैलाश भाट (18), करेड़ा के हिंगला पुत्री कैलाश भाट (20), केमरी की रहने वाली धर्मा पुत्र तेज भाट (25), केमरी की मीना पुत्री हजारी भील (21) व करेड़ा निवासी मीना भील (18) के रूप में हुई है।इनमें से मृतकों की पहचान होनी शेष है। बताया जाता है कि दो महीने पहले इस खदान को माइनिंग की टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए सीज कर दिया गया था।
पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा, मांडल विधायक रामलाल जाट सहित कई अधिकारी व आस पास के पुलिस थानों का जाब्ता वहां पर रेस्क्यू में सहयोग कर रहा है। (एजेंसी, हि.स.)
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