उज्जैन। उज्जैन शहर के तीन थाना इलाकों में बुधवार सुबह से शाम तक अंदर 7 मजदूरों की झिंझर (शराब) पीने से मौत हो गई, हालांकि अभी तक खुलसा नहीं हुआ कि इन मजदूरों की मौत किस वजह से हुई है।
जानकारी के अनुसार उज्जैन के छत्री चौक सराये में बुधवार सुबह 8 बजे उस समय हड़कंप मच गया जब मजदूर काम की तलाश में एकत्रित दो मजदूरों की मौत हो गई। लोगों ने बताया कि झिंझर पीने के कारण इनकी मृत्यु हुई है। कुछ ही देर में खबर मिली कि गोपाल मंदिर के सामने एक मजदूर मर गया है। उसे लोगों ने जगाने का प्रयास किया तो नशे की हालत में उठ बैठा और कहा कि मैंने कहारवाड़ी से झिंझर खरीदकर पी थी। आशंका है कि ज्यादा शराब पीने से इनकी मौत हो गई, हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी किस वजय से मौत हुई है।
एसआई निरंजन शर्मा के ने बताया कि नागदा निवासी विजय उर्फ कृष्णा (41) और पिपलौदा बागला निवासी शंकरलाल (40) की मौत हो गई। इनके साथ रहने वाले मजदूरों ने बताया कि दोनों शराब पीते थे।
बेहोशी की हालत में मिले दो अन्य मजदूर दानी गेट निवासी बबलू (40) और छत्री चौक सराय निवासी बद्रीलाल (65) ने इलाज के दौरान झिंझर पी थी।
जबकि शाम 7 बजे माधव गोशाला के पास दिनेश जोशी (45) की लाश मिली। एएसआई चंद्रभान सिंह ने बताया कि मौत का कारण अभी साफ नहीं है, लेकिन दिनेश भी शराब का आदी था।
इसी दौरान ऐसा मामला महाकाल थाना क्षेत्र के बेगमबाग में जहां पर पीर शाह (45) की अस्पताल में मौत हो गई। पीर छत्री चौक पर ठेला लगाता था। उसे परिजन ने सुबह अस्पताल में भर्ती कराया था, जबकि छत्री चौक की पार्किंग से 85 साल के बुजुर्ग की लाश मिली।
क्या होती है झिंझर
स्प्रीट को पानी में निश्चित मात्रा में मिलाकर झिंझर बनाई जाती है, कम लागत में अधिक लाभ के चक्कर में कई लोग चोरी छिपे स्प्रीट खरीदकर लाते और उसे पाउच के रूप में 20-30 रुपये में लोगों को बेचते हैं। झिंझर पीने के बाद लोगों को शराब की तरह नशा होता है, लेकिन इसके अधिक सेवन से लोगों की जान भी जा सकती है।
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